2017 से नियमितीकरण की राह देख रहे हैं प्रधानाचार्य को जगी उम्मीद
हिमाचल प्रदेशस्कूल प्रधानाचार्य एवं निरीक्षण अधिकारी संघ ने से मांग की है किआने वाली 11 अक्टूबर मंत्रिमंडल की बैठक में प्रधानाचार्य के नियमितीकरण की मुद्दे को हल किया जाए। आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरी शर्मा , उपाध्यक्ष अक्षत ठाकुर, मुश्ताक मोहम्मद ,कार्यालय सचिव अश्वनी ठाकुर महासचिव विजय शर्मा प्रधानाचार्य और ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टीचर आर्गेनाईजेशन के राष्टीय अध्यक्ष अश्वनी कुमार, मनोज धीमान वित्त सचिव, भोला दत्त कश्यप मुख्य संगठन सचिव, मुख्य प्रेस सचिव राम लाल शर्मा , एम एल टेकटा चीफ एडिटर, राकेश शर्मा सरमेट चीफ वेब सचिव , राजेंद्र ख़शिया, रत्तन गुप्ता , दिनेश ठाकुर रंधीर ठाकुर राजेंद्र चौहान आभा चंदेल , चेयर पर्सन महिला विंग, जिला शिमला अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा राम आदि प्रधानाचार्य ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 2017 से लेकर प्रधानाचार्य को नियमित नहीं किया गया है जिसके कारण कि उन्हें प्रधानाचार्य के रूप में प्राप्त होने वाले लाभों से वंचित रहना पड़ रहा है और हर महीने पचीस से तीस हजार नुकसान उठाना पड़ रहा हैं ! संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरी शर्मा ने बताया की उन्होंने इस सम्बन्ध में माननीय मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी श्री राजेश्वर गोयल जी से मुलाकात कर विस्तृत रूप से चर्चा की हैऔर श्री राजेशवर गोयल जी ने अश्वस्थ किया है की इस सम्बन्ध में शीघ्र ही निर्णय लिया जायेगा हरी शर्मा ने बताया की 954 प्रधानाचार्य की विजिलेंस कलियरेंस हो चुकी हैऔर प्रपोजल शिक्षा सचिव को भेज दी गई है और संघ सरकार से माँग करता है कि आने वाली 11 अक्टूबर कि मंत्रीमण्डल की बैठक में एक मुश्त छूट देकर 2017 से न्युक्त सभी प्रधानाचार्यो को नियमित किया जाये उल्लेखनीय है कि 2017 से लेकर प्रधानाचार्य के रूप में होने वाली पदोन्नतिया अस्थाई तौर पर की जाती है। जिसके कारण कि उन्हें प्रधानाचार्य के रूप में किसी भी प्रकार का कोई भी लाभ प्राप्त नहीं होता है जबकि अस्थाई तौर पर होने वाली इन पदोन्नतियो के लिए केवल उसी व्यक्ति को पदोन्नत किया जाता है जो कि पदोन्नत होने के लिए सारी योग्यता रखता हो ऐसे में इन प्रधानाचार्यो को नियमित करने में कोई भी क़ानूनी बाधा नहीं है !



