प्रदेश के सरकारी स्कूलों मे शिक्षा व शिक्षकों कि क्या स्थिति इसका एक उदाहरण सी.एम. हेल्पलाइन पर शिकायत करने के बाद भी समाधान नहीं मिलने से लगाया जा सकता है। मामला थेओग विकासखंड के +2 स्कूल दमयाना स्कूल का है। इसमें दो साल से न तो पुरे शिक्षक है और न बैठने कि जगह। स्कूल मे मात्र 4 कमरे है और अब स्कूल का बजट जारी तो हुआ है, परन्तु टेंडर कब होगा ये नहीं मालू म है।टीजीटी के पद पिछले पुरे सत्र से खाली है। सी एम helpline पर शिकायत के बावजूद आज तक शिक्षक नहीं मिला। अब जबकि पिछले माह भी 200 से ज्यादा टीजीटी नॉन मेडिकल पद भरे गए है परन्तु इस लिस्ट से भी शिक्षक नहीं लगाया गया।

मई माह मे अब बताया जा रहा है कि ये पद एलिमेंटरी निदेशालय के तहत आता है। इसका तर्क समझ से परे है कि मांग का समाधान को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर इन शिकायतों को समय पर ये पूरी नहीं किया जाता हैं


