असर विशेष: क्या आपने भी देखा है किसी महिला को हल जोतते हुए
मिलिए पुरुषों को मुकाबला देने वाली इस महिला से...
आज पुरुषों के मुकाबले किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पीछे नहीं हैं। ऐसा कहते हैं कि महिलाएं न सिर्फ अपने परिवार को सशक्त बनाती हैं बल्कि जितनी प्रभावशाली महिला होगी उतना ही मजबूत परिवार और समाज भी होता है। इस बात का उदाहरण मीना ने दिया है जो कि अर्की के ग्रामीण क्षेत्र की रहने वाली है। मीना हिमाचल प्रदेश की पहली ऐसी महिला हैं जिन्होंने हल जोता। इनका कहना है कि जब यह 9 साल की थी तब से यह इस काम को कर रही है।और अपने परिवार का पालन पोषण कर रही हैं। मीणा ने बताया कि इनके माता-पिता बहुत बूढ़े थे और इनके भाई की हालत दिमागी तौर पर खराब थी इसलिए उन्हें छोटी सी उम्र में अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठानी पड़ी।
कुछ समय बाद मीना की शादी हो गई थी और इन्होंने अपने पति को घर जमाई बना लिया था परंतु जब उनके पेट में 7 महीने का बच्चा था उसके बाद उनका पति इन्हें छोड़कर चला गया और उसने दूसरी शादी कर ली। मीना ने बताया कि उसके बाद उन्हें बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने हल जोतने को ही अपना रोजगार बना लिया वह गांव में हल जोतकर दिहाड़ी का काम कर रही है। उसी के माध्यम से अपने बेटे का पालन पोषण किया। मीना ने बताया कि उन्हें अभी तक किसी भी तरह की कोई भी पेंशन नहीं मिलती है। और उनकी जमीन के साथ कुछ घोटाला किया है जिसकी वजह से वह बेहद परेशान है।
इनकी इस परेशानी को देखकर केनेक्टिव लाइव संस्था की अध्यक्ष बिमला ठाकुर उनकी मदद के लिए आगे आए। यह एक ऐसी संस्था है जो बेसहारा महिलाओं की सहायता करती है। बिमला ठाकुर ने बताया कि जितना उनसे हो सके उतनी वह उनकी मदद कर रही है और आगे भी इसी तरह की महिलाओं की मदद करने के लिए हमेशा आगे आगे आती रहेगी।