एक फील्ड कर्मचारी लगभग 25 से 30 ट्रांसफार्मरों की देखभाल का कार्य अकेला करने को मजबूर
बर्फबारी वाले इलाकों में कार्यरत फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों को स्नो किट शीघ्र अतिशीघ्र मुहैया करवाई जाए

हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कापटा ने यहां प्रेस को जारी बयान में कहा है कि बिजली बोर्ड में नब्बे के दशक के उपरांत फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारीयों के पदों को सृजित नहीं किया गया ।
इसके विपरीत प्रदेश में विद्युत उपभोक्ताओं की तादाद लगातार बढ़ रही है बढ़े हुए उपभोक्ताओं के अनुपात में विद्युत ट्रांसफार्मरों,एच.टी लाइन,एल.टी लाइन जैसे आधारभूत ढांचे में भी तीव्र गति से वृद्धि हो रही है और तकनीकी कर्मचारीयों पर काम का बोझ तीन गुना अधिक बढ़ गया है। इसके परिणामस्वरूप अत्यंत काम के दबाव की वजह से आए दिन फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारी घातक/अघातक दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं।
आलम यह है की वर्तमान में फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों की संख्या कुल स्वीकृत पदों के मुकाबले घटकर आधी रह गई है । इसी कारणवश एक फील्ड कर्मचारी लगभग 25 से 30 ट्रांसफार्मरों की देखभाल का कार्य अकेला करने को मजबूर हैं और यहां तक की प्रदेश के कुछ अनुभागों में नाइट शिफ्ट तक बंद करनी पड़ रही है।
तकनीकी कर्मचारी संघ प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन वर्ग से मांग करता है। कि उपभोक्ताओं की लगातार बढ़ रही संख्या को मध्यनजर रखते हुए प्रस्तावित युक्तिकरण में कार्यभार के अनुरूप फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों के नए पद सृजित किए जाएं ताकि प्रदेश भर में सुचारू विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा की पिछले छह माह से उत्पादन विंग में हेल्पर(एच.एम) से फिटर और हेल्पर(ई) से इलेक्ट्रीशियन की पदोन्नति लंबित है इसके अतिरिक्त फीडिंग कैटिगरी से सहायक अभियंता और एसएसए से कनिष्ठ अभियंता(सबस्टेशन) की पदोन्नति फाइल बोर्ड मुख्यालय में कई माह से धूल फांक रही है।
उन्होंने बोर्ड प्रबंधन से मांग की है कि उपरोक्त सभी श्रेणियां के पदोन्नति आदेश जल्द से जल्द जारी किए जाए ताकि सेवानिवृति से पहले इन्हें पदोन्नति का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन ने बिजली बोर्ड के हजारों कर्मचारियों को ओ.पी.एस की बहाली से वंचित रखा है इस विषय में प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन लारे लप्पे लगाने के बजाय अपनी स्थिति स्पष्ट करें इससे कर्मचारियों में अनिश्चितता के साथ-साथ भारी रोष भी पनप रहा है। उन्होंने कहां की अभी तक भी फील्ड की कुछ इकाइयों में तकनीकी कर्मचारियों की एरियर की पचास हजार रुपए की एक किश्त और डीए का एरियर जारी नहीं किया गया है। उन्होंने प्रबंधन वर्ग से मांग की है। कि पचास हजार की एक किश्त और डी.ए के एरियर को जल्द से जल्द जारी किया जाए।
उन्होंने कहा की फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों के हौसले की दाद देता हूं जो भारी बर्फबारी के बावजूद प्रदेश भर में सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिए दिन-रात कार्य करते रहे साथ ही दुर्गम इलाकों में कई फुट बर्फबारी होने के बावजूद किसी भी उपभोक्ता के घर में अंधेरा नहीं पसरने दिया। उन्होंने बोर्ड प्रबंधन से मांग की है कि बर्फबारी वाले इलाकों में कार्यरत फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों को स्नो किट शीघ्र अतिशीघ्र मुहैया करवाई जाए।



