कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए प्रतिबंध हटाए जा चुके हैं।स्कूलों में बच्चों की रौनक फिर से दिखने लगी है। इसके अलावा एक चीज जो सबसे ज्यादा दिख रही है कि छोटे बच्चे बार-बार बीमार पड़ रहे हैं। राजधानी शिमला में भी इस तरह के कई मामले देखने को मिल रहे हैं। बड़े बच्चों के मुकाबले छोटे बच्चों में बीमार पड़ने की शिकायतें ज्यादा देखी जा रही हैं क्योंकि बड़ों में इम्युनिटी बेहतर होती है स्कूल खुलने के अलावा गर्मी बढ़ने और लोगों के अचानक बाहर घूमने निकलने को भी इसकी वजह माना जा सकता है।
हर दिन दो सौ बच्चे बीमार पड़ रहे है।
रिपन अस्पताल के डॉक्टर राजेश राणा का कहना है कि बच्चों में खांसी, बुखार, एलर्जी, सांस लेने की समस्या, वायरल संक्रमण और पाचन संबंधी समस्याएं काफी बढ़ रही है। डॉक्टर का मानना है कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि बच्चों का इम्यूनिटी सिस्टम कम है। कोरोना की पाबंदियों के बाद ज्यादातर बच्चे घरों के अंदर ही रहे हैं। और अब वो बाहर निकल रहे हैं ऐसे में बच्चों की बॉडी को बाहर का वातावरण एडजस्ट करने में समय लग रहा है, इसी वजह वे बार-बार बीमार पड़ रहे हैं।
डॉक्टर कहते हैं कि इनसे बचने के लिए अधिकतर बच्चों को इम्यूनिटी बूस्टर टॉनिक की जरूरत नहीं पड़ती। बस उनकी साफ-सफाई और खाने-पीने का ध्यान रखना चाहिए। संतुलित आहार देना चाहिए।



