स्वास्थ्य

अलर्ट: बाजार के मिलावटी रंगों से बचें

नेशनल हेल्थ मिशन ने दिया सतर्कता का संदेश

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  भारतवर्ष त्यौहारों का देश है, जहाँ साल भर लोग पर्व मना कर अपनी ख़ुशी को तलाश कर उसके इज़हार से स्नेह और भ्रातृभाव को बढ़ाते हैं | कहते भी हैं कि स्वस्थ तन में स्वस्थ मन वास करता है और मन का प्रसन्न रहना अवसाद व रोगों से मुक्ति दिलाता है इसे लेकर राष्ट्रीय हेल्थ मिशन का कहना है कि रंगों को हमारे मनोविज्ञान से जोड़ कर देखा जाता है | होली के जीवंत रंगों में डूबा हुआ हमारा मन और शरीर असंख्य प्रकार के लाभ का अनुभव करता है | रंगों का त्यौहार होली देश में बड़े उल्लास व उमंग के साथ मनाया जाता है | इस त्यौहार को मनाने के लिए यदि हम कुछ सावधानियां बरतें तो पर्व की रंगत व आनन्द और भी बढ़ जाता है |

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                     आज कल प्राय: देखने में आता है कि बाज़ार में बहुत से मिलावटी रंगों या रसायनयुक्त रंगों को बेचा जा रहा है, जोकि स्वास्थ्य की दृष्टि से अति हानिकारक है |यह जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि मिलावटी रंगों का इस्तेमाल त्वचा,नेत्र, बालों व श्वसनतंत्र के लिए घातक है | ऐसे में सलाह दी जाती है कि प्राकृतिक व ऑर्गेनिक रंगों का ही इस्तेमाल करें और कोरोना महामारी के मध्यनज़र कोविड अनुरूप व्यवहार का भी ध्यान रखें | एक ही स्थान पर भीड़ एकत्र न होने दें | सम्भव हो तो सामाजिक दूरी बनाएं रखें व मास्क पहनें | कोविड पोज़िटिव गृह संगरोध में ही रहें | सर्दी-जुकाम, अस्थमा व सहरुग्णता वाले रोगी भीड़-भाड़ में जाने व रंगों से परहेज करें | 

                      इस दिन कुछ लोग नशे का सेवन कर पर्व की रंगत को फीका कर देते हैं, जोकि समाज व स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेय है | इसलिए नशे से रहें दूर, त्यौहार का आनन्द लें भरपूर | स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने जनसाधारण से आहवान किया कि वैश्विक कोरोना महामारी से समूची मानवता के त्रस्त होने के पश्चात् ज़िन्दगी शने-शने रफ़्तार पकड़ रही है | हमें अभी भी सतर्क व सजग रहने की ज़रूरत है, ताकि अब कोई नई लहर अपना कहर न ढा पाए |

Deepika Sharma

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