
आज सरकार जहां सभी लोगों को रोजगार देने के पक्ष में कार्य कर रही है वही कई जगह वह बहुत सी चीजों को नजरअंदाज भी करती जा रही है हाल ही में 813 शास्त्री भर्ती के संदर्भ में कोर्ट के द्वारा स्टे लगवाने की बात सामने आई। प्रभावित शास्त्रियों को कहना है कि

इस 813 की लिखित परीक्षा 20 दिसंबर 2020 को तथा जबकि उसका परिणाम 26 दिसंबर 2021 को घोषित किया गया इस लंबे अंतराल में परिणाम ने ही अधिक समय व्यतीत हो गया । साथ ही अब जब सभी 582 लोगों की नियुक्ति के आदेश जारी किए गए थे तभी कोर्ट में इस के संदर्भ में एक b.ed और बिना b.ed वाले छात्रों की सूची के लिए हमीरपुर बोर्ड को आदेश दिया गया । उनकी सूचियां भी शिमला तक पहुंच चुकी हैं परंतु इसके बावजूद भी अभी तक 813 की भर्ती का मामला सुलझता हुआ नजर नहीं आ रहा है जहां सभी विभागों में भर्तियां हो रही है वहीं दूसरी तरफ 813 कोड की भर्ती का कोई भी और किसी भी तरह का कार्य नहीं होता हुआ नजर आ रहा है अतः वे सभी 582 लोग कोर्ट के अपने फैसले को लेकर सभी आशा बनाए हुए हैं कि वे उन सभी लोगों के साथ सही और सटीक न्याय करेंगे ताकि आज जिस बेरोजगारी में आज संपूर्ण हिमाचल फंसा हुआ है उससे वे इन लोगों को निजात दिलवाए । इस भर्ती प्रक्रिया में यद्यपि कोर्ट ने 2018 में एक नोटिफिकेशन जारी की थी जिसमें बिना b.ed किए हुए छात्रों को नियुक्ति न देने की आदेश जारी किए थे परंतु सरकार द्वारा इसे अमल में नहीं लाया जा सका जिसका खामियाजा अब इन सभी 582 लोगों को चुकाना पड़ रहा है जिसकी वजह से पहले परिणाम निकालने में देरी और अब उसकी नियुक्ति में भी देरी के आसार बढ़ते नजर आ रहे हैं इन सभी लोगों की कोर्ट से यही विनती है कि जल्दी से जल्दी इन लोगों के साथ न्याय करें ।




