सरीना के लिए कनेक्टिव लाइफ संस्था ने कुछ इस तरह की मदद

सरीना की मदद के लिए कनेक्टिव लाइफ संस्था की संस्थापक बिमला ठाकुर ने दिलवाई 31,500 रू की सहायता राशि….
असर न्यूज के द्वारा मामला उठाया जाने के बाद कई दानी सजन्नों ने उनकी मदद की है। जिसे इक्ट्ठा करके आज संस्था ने सरीना को सौंपा है। जिसमे बिमला ठाकुर ने स्वयं सरीना की मदद के लिए काम किया है।
सरीना जोकि शिमला के कोटखाई की रहने वाली है।2003 में उन्होंने भागकर शादी की थी जो कि उत्तराखंड प्रदेश के रहने वाले थे ।परंतु वे शिमला में ही काफी सालों से रह रहे थे। शादी के कुछ महीनों बाद ही उसे उन्हें मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करने लगे। और शादी के कुछ सालों बाद उन्हें उनके दोनों बच्चों के साथ घर से निकाल दिया। अब सरीना आईजीएमसी में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्य करके अपने बच्चों का पालन पोषण कर रही है। परंतु वहां से भी उन्हें बहुत कम वेतन मिलता है जिसकी वजह से हुए अपना और अपने दोनों बच्चों का गुजारा नहीं कर पा रही है। सरीना ने कोर्ट में पति से भरण-पोषण के लिए एक उचित राशि दिलाने के लिए अपील की थी। परंतु कोर्ट में भी इस मामले को 5 साल हो गए हैं।
उसके बाद सरीना को एक संस्था के बारे में पता चला, जिसका नाम कनेक्टिव लाइफ है। । यह सिंगल मदर और उनके बच्चों के लिए काम करते है। इसकी संस्थापक बिमला ठाकुर है। इन्होंने सरीना की मदद के लिए असर न्यूज के साथ मिलकर उनकी आवाज को लोगों तक पहुंचाया। उसके बाद बहुत से लोग सरीना की आपबीती को देखकर उसकी सहायता के लिए आगे आए। बिमला ठाकुर द्वारा आज ही सरीना को 31,500 रू की चेक राशि दी गई।


