
प्रदेशभर के चिकित्सकों ने आज पूरे प्रदेश में अपने संघर्ष का बिगुल बजाते हुए सुबह 9:30 बजे से लेकर 11:30 बजे तक प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों, मेडिकल कॉलेज मे पेन डाउन स्ट्राइक की शुरुआत की। यह बात प्रदेश महासचिव डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने प्रेस के बंधुओं को बताते हुए कही ।उन्होंने बताया कि हमारी मुख्य मांगे हैं कि प्रदेश में डॉक्टरों के लिए पंजाब वेतनमान को अक्षरश लागू किया जाना चाहिए। बेसिक प्लस एनपीए की अधिकतम सीमा को पंजाब की तर्ज पर 237600 किया जाना चाहिए ।

नए अनुबंधित चिकित्सको को एंट्री लेवल का वेतन 56100 प्लस एनपीए मिलना चाहिए। और प्रदेश में चिकित्सकों के लिए 4-9-14 के टाइम स्केल को फिर से लागू किया जाना चाहिए ।और चिकित्सकों के एनपीए को जो कि 25 से 20% किया गया है उसको 1/1/ 16 से ना लागू करते हुए से 3 जनवरी 2022 से लागू किया जाना चाहिए। चिकित्सकों के वेतन की गणना के लिए केंद्र सरकार की तर्ज पर एक गुणाकटेबल जारी किया जाना चाहिए। ताकि किसी के भी वेतन में किसी भी तरह की कोई विसंगती पैदा होने का सवाल उत्पन्न ना हो। प्रदेश महासचिव ने बताया कि

संयुक्त संघर्ष समिति ने एकमत से फैसला किया है कि चिकित्सकों की यह पेन डाउन स्ट्राइक आगे संपूर्ण हड़ताल का रूप भी ले सकती है और इस बार इस हड़ताल को हम कोरे आश्वासनों पर बिल्कुल भी खत्म करने वाले नहीं हैं ।इसलिए या तो सरकार इन मांगों की अधिसूचना जारी करें या हमें लिखित में अधिसूचना दे तभी यह संघर्ष हम खत्म करेंगे अन्यथा हम इस संघर्ष को और बढ़ाएंगे ।प्रदेश महासचिव ने संघर्ष समिति के सभी सदस्यों की तरफ से प्रदेश के हर एक चिकित्सक जिसमें हमारे मेडिकल टीचर्स, डेंटल मेडिकल ऑफिसर ,हमारे वेटरनरी मेडिकल ऑफिसर शामिल हैं, उनका उत्साह बढ़ाते हुए उनका धन्यवाद भी किया कि ,उन्होंने इस संघर्ष को बहुत ही अच्छे तरीके से और पूरे जोर-शोर से शुरू किया है और मिलकर हम इस संघर्ष को अंजाम तक पहुंचाएंगे ।


