महिलाएं क्या महावारी पर भी लगा सकती है कोविड टीका, जाने जवाब
कोविड प्रोटोकॉल क्या, ये अभी जानें

कोरोना जैसी घातक बीमारी से बचने के लिए कोविड प्रोटोकल्स का पालन करना और इसका टीका लगवाना ही फिलहाल एकमात्र उपाय है। ये बात राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की डॉ0 पारुल शर्मा, एमडी माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने आज एक वेबीनार में कही।
ये वेबीनार ‘कोरोना टीकाकरण एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर’ विषय पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के शिमला स्थित क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो द्वारा उच्च शिक्षा निदेशालय, हिमाचल प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया था। इस वेबीनार में हिमचाल प्रदेश के कई कॉलेजों के प्रिंसिपलों, अध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
वेबीनार की शुरुआत शिमला पीआईबी के उप निदेशक तारीक राथर के संबोधन से हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोविड काल के कठिन समय में हमको स्वयं सुरक्षित रखना है, ताकि हम दूसरों को सुरक्षित कर सकें। उन्होंने इस दौरान डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को फ्रंटलाइन वर्कर बताते हुए, उनका कोरोना के खिलाफ लड़ाई में धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ अपनी जान हथेली पर रखकर कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
वेबीनार में शिमला की डॉ0 पारुल शर्मा, एमडी माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने कोविड टीकाकरण और कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कोरोना जैसी बीमारी से लड़ने के लिए टीका और कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर ही सबसे कारगर हथियार है। उन्होंने इस दौरान मास्क पहनने और हाथों को धोने का सही तरीका प्रतिभागियों को समझाया, जिससे कोरोना से बचा जा सकता है।
डा0 पारुल ने युवा प्रतिभगियों से अपील की कि 18 साल से ऊपर के आयुवर्ग के लिए टीकाकरण शुरू हो गया है और युवाओं को इसमें बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग करना चाहिए। अपने संबोधन में उन्होंने प्रतिभागियों से अपील की कि वह घर से बाहर तभी जाएं जब बेहद जरुरी काम हो, हाथ को सेनिटाइज करें और दो गज़ की दूरी का पालन करें।
वेबीनार में प्रतिभागियों ने कोविड टीकाकरण और कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर पर कई सवाल भी पूछे। महिलाओं के महवारी के दौरान टीकाकरण न करवाने के सवाल का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि ये मात्र एक भ्रम है। महिलाएं चाहें तो महावारी के दौरान कोविड का टीका लगवा सकती हैं, इससे कोई नुकसान नहीं होगा। इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस, घर में आइसोलेशन, कोरोने इलाज से जुड़े कई सवालों के जवाब दिया। वेबीनार में हिमाचल के विभिन्न कालेजों के प्रिंसिपलों, अध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने डा0 पारुल से सवाल पूछे।
वेबीनार में धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, चंडीगढ़ की सहायक निदेशक सपना बटटा ने कोरोना टीकाकरण एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने के लिए डा0 पारुल को धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही उन्होंने विभिन्न काॅलेजों के प्रिंसिपलों, अध्यापकों और छात्र-छात्राओं का वेबीनार में प्रतिभाग करने के लिए उन्हें धन्यवाद कहा। इस दौरान उन्होंने सबसे अपील की कि वह कोरोना का टीका लगवाएं और कोविड से बचाव के लिए उचित व्यवहार का पालन करें।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के शिमला स्थित क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो द्वारा उच्च शिक्षा निदेशालय हिमाचल प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित इस वेबीनार का संचालन क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो के प्रभारी व क्षेत्रीय प्रदर्शनी अधिकारी अनिल दत्त शर्मा ने किया। वेबीनार में पूरे हिमाचल से विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 100 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
 
					 
							
													

