
आखिरकार लंबे समय के बाद अब हिमाचल के प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को फर्नीचर मिल ही जाएगा। इस बाबत असर न्यूज़ ने भी मामला प्रकाश में लाया है वही लगभग 11 बार टेंडर के लिए शुद्धि पत्र निकलने के बाद अब जाकर टेंडर फाइनल हो पाया है।

हैरानी है कि समग्र शिक्षा अभी तक प्राइमरी स्कूलों के लिए प्लास्टिक फर्नीचर खरदीरारी को लेकर एक अहम टेंडर फाइनल ही नहीं कर पाया था। जानकारी के मुताबिक ये लगभग आठ करोड़ का टेंडर था। जिसे पूरा करते करते लगभग समग्र शिक्षा ने लगभग 11 बार कोरीजेंडम निकाले। अब इसे लेकर शिक्षा जगत में खूब हैरानी जताई जा रही थी। और सवाल भी उठने लगे थे कि काफी लंबे समय से आखिर क्यों यह टेंडर फाइनल नहीं हो पा रहा है क्योंकि बच्चों को भी फर्नीचर की काफी आवश्यकता रहती है।
हालांकि कोरीजेंडम में एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन अधिकतर दिया जा रहा था लेकिन मार्च में निकाले गए टेंडर को पूरा करते करते लगभग 11 कोरीजेंडम निकाल लिए गए । बहरहाल अब जाकर यह टेंडर फाइनल हो पाया है और अब जल्द ही बच्चों को प्लास्टिक फर्नीचर स्कूलों में उपलब्ध हो पाएंगे।
बहराल शिक्षा जगत में यह सुबसुबाहट जरूर शुरू हो गई है कि आखिर ऐसा क्या है कि एक टेंडर के लिए इतना समय लग गया इसे लेकर अभिभावकों का भी कहना है कि समय पर टेंडर हो तो कोई भी लाभ समय पर स्कूल तक बच्चों को उपलब्ध हो सकता है।



