592 पदोन्नत प्रवक्ताओं से जवाब-तलब अन्यायपूर्ण” प्रवक्ता संघ

शिमला, 26 अक्टूबर 2025।
हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ के राज्य अध्यक्ष अजय नेगी ने शिक्षा निदेशालय द्वारा हाल ही में 2019 से लेकर 2025 के मध्य 592 पदोन्नत प्रवक्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करने की कड़ी निंदा की है। संघ ने कहा कि यह निर्णय पूर्णतः अनुचित, निराधार और शिक्षकों का मनोबल गिराने वाला है।
संघ के राज्य चेयरमैन सुरेंद्र पुंडीर, मुख्य संरक्षक लोकेंद्र नेगी, महासचिव इंदर सिंह ठाकुर, मुख्य मार्गदर्शक राजेश सैनी, कार्यकारी अध्यक्ष दीप सिंह खन्ना, संगठन सचिव रंगीला ठाकुर, वाइस चेयरमैन राकेश भारद्वाज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश, संजय शर्मा, शौकत अली, विकास रत्न, राजेंद्र मैहता, सूरज वाली, अजय ठाकुर, जगमोहन और राजेश शर्मा, मुख्य सलाहकार चन्द्र देव ठाकुर, प्रेमपाल दुलता विकेश जनार्था, वित्त सचिव सुरजीत सिसोदिया, प्रेस सचिव जय राम शर्मा, मीडिया सचिव राजन शर्मा, दलवीर हिमटा, तथा मुख्य वेब सचिव भूपेश नेगी और विजय आर्य एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉक्टर उमेश दाउटू ने संयुक्त प्रेस बयान में कहा कि पदोन्नति प्रक्रिया विभाग द्वारा सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद की जाती है। ऐसे में पदोन्नत शिक्षकों को प्रताड़ित करना विभागीय असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
राज्य महिला विंग की मुख्य सलाहकार मुदिता भारद्वाज, अध्यक्ष दया दत्ता, उपाध्यक्ष सोनू सेन तथा सचिव रोजी चौहान ने भी इस निर्णय को शिक्षिकाओं के सम्मान के विपरीत बताया और इसे तत्काल निरस्त करने की मांग की।
राज्य अध्यक्ष अजय नेगी ने कहा कि वरिष्ठता अथवा कनिष्ठता का निर्धारण करना विभाग का कार्य है, किसी शिक्षक का नहीं। यदि किसी स्तर पर त्रुटि हुई है तो उसकी जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों की बनती है, न कि 2019 से 2025 के पदोन्नत शिक्षकों की।
संघ के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि यह स्थिति विभाग द्वारा माननीय न्यायालयों के आदेशों का समय पर पालन न करने के कारण उत्पन्न हुई है। संघ ने यह भी कहा कि अनुबंध अवधि के वेतनवृद्धि एवं वरिष्ठता मामलों पर विभाग द्वारा न्यायालय के आदेशों के अनुरूप गंभीरता से कार्यवाही न किए जाने से भविष्य में भी ऐसी जटिलताएँ उत्पन्न होने की पूरी आशंका बनी हुई है।
संघ ने विद्यालय शिक्षा निदेशक से आग्रह किया है कि जारी निर्देशों को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए तथा पदोन्नत प्रवक्ताओं की स्थिति यथावत रखी जाए। साथ ही, कनिष्ठ शिक्षकों की पदोन्नति के लिए विभाग को अन्य वैकल्पिक प्रक्रिया अपनाने का सुझाव दिया है।
इसके अतिरिक्त, संघ के सभी जिला अध्यक्षों — राजपाल ठाकुर (कुल्लू), नरेश ठाकुर (बिलासपुर), देवेंद्र शर्मा (मंडी), देवेंद्र लाकटू (शिमला), सिकंदर मिन्हास (कांगड़ा), जिया लाल (सोलन), डॉ. ईश्वर दास राही (सिरमौर), शशि सैनी (ऊना), गौतम सिंह (हमीरपुर), अजय नेगी (किन्नौर) तथा विवेक भारद्व (लाहौल-स्पीति) ने भी इस निर्णय का पुरजोर विरोध किया है और इसे प्रवक्ता वर्ग के सम्मान पर कुठाराघात बताया है। सभी जिला अध्यक्षों ने एक स्वर में मांग की है कि विभाग तुरंत इस आदेश को वापस लेकर शिक्षकों के सम्मान की रक्षा करे।




