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शिमला स्थित सतर्कता मुख्यालय परिसर में पुलिस स्मृति दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया

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शिमला, 21 अक्टूबर 2025:

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पुलिस स्मृति दिवस परेड एवं समारोह आज सतर्कता मुख्यालय परिसर, शिमला में कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस कर्मियों के सर्वोच्च बलिदान को सम्मान देने हेतु पूरी गंभीरता एवं श्रद्धा के साथ आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, श्री अशोक तिवारी, आईपीएस ने की और इसमें विभिन्न जिलों, बटालियनों एवं विशेष इकाइयों के हिमाचल प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

परेड का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक उमेश्वर राणा ने किया, जिन्होंने पुलिस महानिदेशक को सामान्य सलामी दी। परेड का संचालन सटीकता एवं गरिमा के साथ किया गया, जिसमें प्रथम आईआरबीएन, बनगढ़, तृतीय आईआरबीएन, पंडोह और हिमाचल प्रदेश सशस्त्र पुलिस बटालियन, जुन्गा की टुकड़ियाँ शामिल थीं।

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शहीद पुस्तिका को पूरे सम्मान के साथ स्मारक पर लाया गया, जिसके बाद पिछले वर्ष सर्वोच्च बलिदान देने वाले पुलिस कर्मियों के नामों का वाचन किया गया। पुलिस बैंड द्वारा देशभक्ति की धुन “ऐ मेरे वतन के लोगों” की धुन बजाते हुए, पुलिस महानिदेशक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।

समारोह का समापन दो मिनट के मौन, अंतिम स्तम्भ की ध्वनि और राष्ट्रीय ध्वज को पूर्णतः फहराने के साथ हुआ – जो वीरता, बलिदान और कर्तव्य के प्रति शाश्वत प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

इस अवसर पर बोलते हुए, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक तिवारी ने राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर पुलिस कर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीदों के परिवारों को भी याद किया और उनके प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की, तथा उनकी शक्ति और बलिदान को पुलिस बिरादरी की भावना का आधार बताया।

पुलिस स्मृति दिवस हर साल 21 अक्टूबर को केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के उन 10 बहादुर जवानों की याद में मनाया जाता है, जो 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे। तब से, यह दिन देश भर में उन सभी पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने कर्तव्य पथ पर अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।

Deepika Sharma

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