हिमाचल प्रदेश स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन की मानवता भरी पहल — आपदा से प्रभावित परिवारों को मिलेगी राहत

हिमाचल प्रदेश स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (HPSLA) ने एक प्रेरणादायक सामाजिक पहल की है। संगठन के राज्य अध्यक्ष अजय नेगी, महासचिव इंदर ठाकुर, मुख्य संरक्षक लोकेंद्र नेगी, मार्गदर्शक राजेश सैनी, चैयरमेन सुरेंद्र पुंडीर, कार्यकारी अध्यक्ष दीप सिंह खन्ना, मुख्य सलाहकार चंद्र देव ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओमप्रकाश, विकास रतन, अजय ठाकुर, वित्त सचिव सुरजीत सिंह सिसोदीया, मुख्य प्रेस सचिव जय राम शर्मा घोषणा की है कि इस सप्ताह प्रदेश के विभिन्न जिलों में हाल ही में आई बाढ़ और प्राकृतिक आपदा से प्रभावित परिवारों को राहत राशि वितरित की जाएगी।

यह सहायता राशि प्रदेशभर के स्कूल प्रवक्ताओं से एकत्रित अंशदान के माध्यम से जुटाई गई है, ताकि आपदा से जूझ रहे परिवारों को आर्थिक सहारा मिल सके।
–🔸 विभिन्न जिलों में राहत टीमों की तैनाती
इस अभियान के तहत
राज्य महासचिव इंदर सिंह ठाकुर और जिला अध्यक्ष मंडी देवेंद्र शर्मा, उनकी टीम जिला मंडी में,
जिला अध्यक्ष कुल्लु ,राजपाल ठाकुर राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश एंव महासचिव देवी सिंह ठाकुर ,कुल्लू में,
जिला अध्यक्ष कांगडा सिकंदर मिन्हास, सुनील पराशर, विजय राणा और उनकी टीम जिला कांगड़ा में,
तथा राज्य कार्यकारी अध्यक्ष दीप सिंह खन्ना , जिले अध्यक्ष चंबा राजेश ठाकुर उनकी टीम जिला चंबा में
प्रभावित परिवारों को राहत राशि एस.डी.एम. (SDM) के माध्यम से सौंपेंगी।
यह वितरण स्थानीय प्रशासन के सहयोग से किया जाएगा, ताकि हर मदद पारदर्शी और सही हाथों तक पहुँच सके।
🔹 शिक्षकों का समाज के प्रति दायित्व
एसोसिएशन का मानना है कि एक शिक्षक केवल कक्षा तक सीमित नहीं होता, बल्कि समाज का नैतिक, सामाजिक और मानवीय आदर्श भी होता है।
प्राकृतिक आपदाओं के समय शिक्षकों ने हमेशा मानवता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचय दिया है।
चाहे कोविड काल हो या हालिया बाढ़ और भूस्खलन — शिक्षकों ने न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि समाज सेवा में भी अपनी अग्रणी भूमिका निभाई है।
इस पहल के माध्यम से एसोसिएशन ने यह संदेश दिया है —
> “जब भी समाज संकट में होता है, एक सच्चा शिक्षक केवल पढ़ाता नहीं, बल्कि समाज के दर्द को महसूस कर उसकी मरहम बनता है।”
🔹 मानवता की मिसाल, समाज के लिए संदेश
एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार नेगी ने कहा कि इस राहत अभियान का उद्देश्य केवल आर्थिक सहायता देना नहीं, बल्कि समाज में सहभागिता और संवेदनशीलता की भावना को मजबूत करना —
> “यह राहत राशि हमारे प्रवक्ताओं की छोटी लेकिन दिल से की गई कोशिश है।
हमारा मकसद यह बताना है कि इस कठिन घड़ी में पूरा समाज प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा है।”
हिमाचल प्रदेश स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन की यह पहल न केवल एक सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण है, बल्कि इस बात का भी प्रतीक है कि शिक्षक केवल ज्ञान का ही नहीं, बल्कि मानवता का भी दीपक होता है।
जब सैकड़ों परिवार अपने घर, रोज़गार और प्रियजन खो चुके हैं, ऐसे समय में शिक्षकों की यह संवेदनशील पहल आशा और सहारे की किरण बनकर सामने आई है।



