“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान ने दिखाए सार्थक परिणाम — हिमाचल प्रदेश में अब तक 6.5 लाख से अधिक ने ली स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ

“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान ने दिखाए सार्थक परिणाम — हिमाचल प्रदेश में अब तक 6.5 लाख से अधिक ने ली स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ
राष्ट्रव्यापी “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के तहत 17 सितंबर 2025 से 2 अक्टूबर 2025 तक संचालित विभिन्न स्वास्थ्य निवारक, उपचारात्मक एवं नैदानिक स्वास्थ्य सेवाएँ समूचे प्रदेश भर में प्रदेशवासियों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस अभियान का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में महिलाओं के स्वास्थ्य को सबल बनाकर एक स्वस्थ परिवार, स्वस्थ समाज, स्वस्थ प्रदेश और स्वस्थ राष्ट्र की परिकल्पना को साकार करना है।
यह जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान अपने चरम पर है। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता प्रदेश की नारी शक्ति— चाहे वह बालिका, किशोरी, युवती, गर्भवती महिला, धात्री माता, परिपक्व स्त्री अथवा वृद्धा हों— उन सभी को घर-द्वार पर निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर प्रदेश को स्वस्थ और सशक्त बनाने में जुटे हुए हैं।
अब तक की प्रमुख उपलब्धियाँ (24-09-2025 तक)
कुल OPD सेवा (शिविरों/केंद्रों में): 6,57,252
उच्च रक्तचाप (Hypertension) स्क्रीनिंग: 5,34,298
गर्भावस्था (ANC) जांचें: 24,571
कैंसर स्क्रीनिंग: 4,60,793
महिला एनीमिया स्क्रीनिंग: 3,70,579
बच्चों का टीकाकरण: 40,737
टी. बी. स्क्रीनिंग: 5,17,800
“निक्षय मित्र” पंजीकरण (टी. बी. सहायता): 5,520
परामर्श (Counselling): 5,58,957
आयुष्मान कार्ड जारी: 1,693
रक्तदाता: 3,681
रक्त इकाइयाँ संकलित: 1,669
संदेश एवं विश्लेषण
1. विस्तृत पहुँच और स्वीकार्यता: 6.5 लाख से अधिक OPD सेवाएँ इस अभियान की व्यापक सफलता का प्रमाण हैं।
2. रोगनिदान और रोकथाम पर बल: उच्च रक्तचाप, कैंसर और टी. बी. जैसी बीमारियों की स्क्रीनिंग से समय पर पहचान और उपचार संभव हुआ है।
3. महिला एवं मातृ स्वास्थ्य: एनीमिया और ANC जाँचें महिलाओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा का कदम हैं।
4. बाल स्वास्थ्य: 40,737 बच्चों का टीकाकरण इस अभियान की संतुलित प्राथमिकता को दर्शाता है।
5. समर्थन प्रणाली: “निक्षय मित्र” पंजीकरण से टी. बी. रोगियों को निरंतर सहायता मिल रही है।
6. जागरूकता: 5.5 लाख से अधिक परामर्श सत्र इस अभियान के शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव को दर्शाते हैं।
7. आपात स्वास्थ्य सहयोग: रक्तदान और रक्त इकाइयों का संकलन स्वास्थ्य तंत्र को मजबूती दे रहा है।
8. वित्तीय सुरक्षा: आयुष्मान कार्ड वितरण से जरूरतमंद परिवार योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि जिन महिलाओं की स्क्रीनिंग में रोग पाए गए हैं, उन्हें आवश्यक निदान, उपचार और फॉलो-अप की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। विभाग ने पंचायत प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों और जनता से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र की महिलाओं को स्वास्थ्य जांच हेतु प्रेरित करें ताकि अभियान का उद्देश्य पूरी तरह सफल हो सके।
हिमाचल प्रदेश सरकार इस अभियान को केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक दीर्घकालीन सामाजिक-स्वास्थ्य परिवर्तन मानती है, ताकि हर नारी स्वस्थ और हर परिवार सशक्त बन सके।



