समग्र शिक्षा राज्य निदेशक राजेश शर्मा ( IFS) को राष्ट्रीय स्तर पर मिला पुरुस्कार
*टाइम्स ऑफ इंडिया ने किया लीडरशिप एक्सीलेंस अवार्ड -2025 से सम्मानित*

*समग्र शिक्षा के तहत शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए मिला पुरुस्कार*
*राजेश शर्मा ने सीएम सुक्खू, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का जताया आभार*
*शिमला*
हिमाचल प्रदेश के समग्र शिक्षा कार्यक्रम के तहत शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए समग्र शिक्षा के निदेशक आईएफएस अधिकारी राजेश शर्मा राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा सम्मान मिला है। टाइम्स ऑफ इंडिया समूह ने उन्हें नई दिल्ली में ईटी लीडरशिप एक्सीलेंस अवार्ड-नॉर्थ 2025 से नवाजा। इस कार्यक्रम में मशहूर अभिनेता अनुपम खेर मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में मौजूद थे।

*शिक्षा के क्षेत्र में शानदार कार्य के लिए मिला लीडरशिप एक्सीलेंस अवार्ड-नॉर्थ 2025 सम्मान*
2000 बैच के आईएफएस अधिकारी राजेश शर्मा के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश ने समग्र शिक्षा के तहत शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। राज्य ने परख के राष्ट्रीय सर्वेक्षण में 21वें स्थान से छलांग लगाकर 2024 में टॉप 5 में पहुंच गया । इसके अलावा राज्य ने लगभग पूर्ण नामांकन हासिल किया और सरकारी स्कूलों में देश की सबसे कम ड्रॉपआउट दर दर्ज की।
वहीं इसके अलावा हिमाचल प्रदेश स्टार्स, पीएम श्री और समग्र शिक्षा योजनाओं के तहत शत-प्रतिशत फंड का उपयोग सुनिश्चित करने में सफल रहा है। हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए दुनिया के नामी शिक्षण संस्थानों यूनेस्को, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और सिंगापुर की प्रिंसिपल एकेडमी के साथ साझेदारी की। वहीं आईआईटी और आईआईएम के साथ मिलकर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिलवाया। जिसके कारण प्रदेश में निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश में समग्र शिक्षा के तहत प्रदेश में 50,000 छात्रों के लिए टैबलेट-आधारित निदान मूल्यांकन की शुरुआत की गई ,इसके अलावा विद्या समीक्षा केंद्र में डेटा-आधारित शिक्षा प्रणाली विकसित की। उनकी शैक्षणिक योग्यता में इंडियन फॉरेस्ट कॉलेज से वानिकी में डिग्री, एमडीआई गुड़गांव से एमबीए और जॉर्ज मेसन यूनिवर्सिटी से अंतर्राष्ट्रीय मॉड्यूल शामिल हैं। जापान, यूके और सिंगापुर में प्रशिक्षण से उन्हें वैश्विक अनुभव मिला है।
उनके कार्यकाल में स्कूलों में आईसीटी का विकास हुआ। डिजिटल कक्षाओं से शहर-ग्रामीण के बीच की दूरी कम हुई। स्कूल प्रबंधन समितियों को सक्रिय किया गया। नेतृत्व का विकेंद्रीकरण करके संस्थानों को मजबूत किया।
*राजेश शर्मा ने जिम्मेवारी देने के लिए सीएम सुक्खू का जताया आभार*
राष्ट्रीय स्तर पर पुरुस्कार मिलने के राजेश शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें समग्र शिक्षा में काम करने का अवसर प्रदान किया। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के निरंतर मार्गदर्शन के लिए भी धन्यवाद किया और उनके अलावा केंद्रीय स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार के प्रोत्साहन और हिमाचल प्रदेश के स्कूल शिक्षा सचिव राकेश कंवर के निरंतर समर्थन के लिए उनका भी आभार जताया है। उन्होंने इसके साथ ही उन्होंने राज्य के शिक्षकों, छात्रों और समग्र शिक्षा की पूरी टीम का भी आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से यह उपलब्धि संभव हो पाई।
*समग्र शिक्षा निदेशक से पहले निभा चुके कई महत्वपूर्ण जिम्मेवारियां*
2023 में राज्य परियोजना निदेशक बनने से पहले शर्मा ने कई अहम पद संभाले। वे क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, हिमाचल प्रदेश कौशल मिशन के प्रबंध निदेशक, मुख्य वन संरक्षक और युवा सेवा एवं खेल निदेशक रह चुके है।


