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शिमला का रिज मैदान बना देशभक्ति और एकता का प्रतीक स्थल

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शिमला का रिज मैदान बना देशभक्ति और एकता का प्रतीक स्थल

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राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर इस बार स्वतंत्रता दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया l हम आज़ादी की 79वी वर्षगाँठ मना रहे हैं l इस अवसर पर विभिन्न विभागों व सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाएं की झांकी निकाली गई l झांकी की योजनाओं में सरकार के प्रयासों को दिखाया गया l सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया l सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिमाचल की सभ्यता व संस्कृति की झलक देखने का मौका मिला l सेना के जवान NCC (राष्ट्रीय कैडेट कोर) परेड की सलामी देते हुए मार्च पास्ट करते हुए नजर आए l स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर शिमला के सरकारी स्कूलों से लेकर प्राइवेट स्कूलों के बच्चे भी परेड में शामिल हुए l इस परेड के माध्यम से अपने देश की आज़ादी का पर्व मनाया गया l कॉलेज और विश्वविध्यालय के छात्र छात्राएं भी रंगारंग प्रस्तुतियां देते हुए नज़र आईं, हाथों में तिरंगा लिए हुए आज़ादी का जश्न मनाया गया l

स्वतंत्रता दिवस समाहरो 11 बजे ऐतिहासिक रिज मैदान शिमला में आयोजित किया गया l उपमुख्य मंत्री मुकेश अग्निहोत्री बतौर मुख्यतिथि शिरकत हुए l शिमला में आयोजित यह समारोह देश प्रेम व एकता का प्रतीक बना l शिमला के रिज मैदान पर परेड की सलामी दी गई, तिरंगा फ़हराया गया l सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया l जिसमें किनौरी नाटी, हरियाणवी नृत्य से इस कार्यक्रम की शोभा बनी l सुंदर सुंदर झांकियां हिमाचल की संस्कृति और शोभा को दर्शाती हैं l

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15 अगस्त 1947 के इतिहास को जाने बिना हम कैसे आज़ादी का दिन मना सकते हैं l 15 अगस्त 1947 को भारत 200 वर्षों की ब्रिटिश गुलामी से आजाद हुआ l आज़ादी की ये लड़ाई बलिदान और बहुत संघर्षो के बाद मिली l महात्मा गाँधी , भगत सिंह , सुभाष चन्द्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान रहा l आज़ादी का यह दिन भारत की स्वतंत्रता और देश भक्ति की भावना का प्रतीक हैं l इस दिन हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं l यह दिन राष्ट्रीय पर्व, एकता और सविधान के प्रति सम्मान को दर्शाता हैं l इस दिन राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता हैं l प्रधानमंत्री लाल किले से देश को संबोधित करते हैं l झांकियां, देश भक्ति गीत नृत्य और रेलियों का आयोजन होता हैं l 15 अगस्त 1947 को पंडित जवाहरलाल नेहरु पहला भाषण “Tryst with Destiny” दिया था l राष्ट्रीय गान व राष्ट्रीय गीत का आयोजन भी किया जाता हैं l 15 अगस्त न केवल एक राष्ट्रीय पर्व हैं बल्कि यह हमे आज़ादी की कीमत सविधान और लोकतंत्र की ताकत की याद दिलाता हैं l

( पढ़ते रहिए असर न्यूज)

असर न्यूज टीम से डिम्पल सूद की रिपोर्ट।

Deepika Sharma

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