सरकार ने पेंशनरों के साथ छल किया” — हिम आचल मंशनर संघ का आरोप, बकाया महंगाई भत्ते पर भड़का गुस्सा

हिम आचल पेंशनर संघ, जिला शिमला के प्रधान हुकम शमी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन पेंशनरों ने अपने जीवन का स्वर्णिम समय प्रदेश की सेवा में खपा दिया, आज वही लोग आर्थिक उपेक्षा और अन्याय के शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में पेंशनरों को आर्थिक मजबूती और सहारे की सबसे अधिक जरूरत होती है, लेकिन सरकार महंगाई भत्ता, वेतन लाभ और चिकित्सा प्रतिपूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाओं के भुगतान में टालमटोल कर रही है।
हुकम शर्मा ने तंज कसते हुए कहा —
“हिमाचल दिवस 2025 पर सरकार ने 3% महंगाई भत्ता देने का ऐलान तो किया, लेकिन अधिसूचना जारी न करके पेंशनरों के साथ छल किया गया।”
उन्होंने बताया कि जहां केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनर 59% महंगाई भत्ता पा रहे हैं, वहीं हिमाचल के पेंशनरों को सिर्फ 42% तक ही सीमित रखा गया है। इसमें भी जुलाई 2022 और जनवरी 2023 की 4-4% की दो किश्तों का 42 माह का बकाया अभी तक नहीं मिला है। इतना ही नहीं, जुलाई 2023 से जुलाई 2025 तक की 5 किश्तें —
(जुलाई 2023 = 4%, जनवरी 2024 = 4%, जुलाई 2024 = 3%, जनवरी 2025 = 2%, जुलाई 2025 = 4%) — कुल 68 माह का महंगाई भत्ता भी लटका हुआ है।
संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर पेंशनरों की न्यायोचित मांगें पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
इसी बीच उन्होंने यह भी घोषणा की कि संघ की प्रदेश कार्यकारिणी के चुनाव, जो भारी बरसात, बादल फटने और भूस्खलन जैसी आपदाओं के कारण दो बार टल गए थे, अब अगस्त के अंतिम सप्ताह में कराए जाएंगे और नई टीम का गठन किया जाएगा।


