असर विशेष: गायब जेब्रा क्रॉसिंग और सपाट स्पीड ब्रेकर – हादसों का इंतजार क्यों?
राजधानी के पुराने बस अड्डे के हाल..कल बच्ची बाल-बाल बची, कल किसकी बारी?

शिमला का पुराना बस अड्डा बना खतरे का जाल, दो मौतें और अब हादसों की कतार
शिमला के पुराने बस अड्डे के पास सड़क सुरक्षा की हालत भयावह हो चुकी है। यहां की जेब्रा क्रॉसिंग पूरी तरह मिट चुकी है और स्पीड ब्रेकर सड़क के लेवल में दब गए हैं। यह स्थान हादसों का गढ़ बन गया है। हाल ही में यहां एक लड़की स्कूटर की टक्कर से गंभीर रूप से घायल हुई, जबकि इससे पहले दो लोगों की जान भी जा चुकी है।
स्कूल के बच्चे रोज़ मौत से खेलते हैं
इस रास्ते से रोजाना स्कूल के छोटे बच्चे सड़क पार करते हैं। मगर गायब जेब्रा क्रॉसिंग और बेकार स्पीड ब्रेकर उनकी जान के लिए खतरा बन गए हैं।
लापरवाह प्रशासन पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन की नींद नहीं टूटी। यह सवाल उठता है कि क्या सरकार किसी और बड़े हादसे का इंतजार कर रही है?
तत्काल सुधार की मांग
नई और रिफ्लेक्टिव जेब्रा क्रॉसिंग बनाई जाए।या क्रॉसिंग में लाइट की व्यवस्था या फ्लाइओवर बनाया जाय और
सही स्पीड ब्रेकर लगाकर सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
स्कूल समय में ट्रैफिक पुलिस की तैनाती हो।
बीते सप्ताह भी हुआ था हादसा
शिमला के पुराने बस अड्डे के पास सड़क सुरक्षा का हाल बेहद खतरनाक हो चुका है। बीते हफ़्ते ही एक हफ़्ते स्कूल से लौटते वक्त सड़क पार कर रहा था तेज रफ्तार में आ रही गाड़ी से टकराने से बाल-बाल बचा । इस स्थान पर अब तक कई हादसे हो चुके हैं और दो जानें भी जा चुकी हैं।
जेब्रा क्रॉसिंग और स्पीड ब्रेकर सड़क में समा गए
यहां की जेब्रा क्रॉसिंग पूरी तरह मिट चुकी है और स्पीड ब्रेकर इतने समतल हो गए हैं कि ड्राइवरों को धीमा होने का संकेत तक नहीं मिलता। सड़क के बीचो-बीच कोई स्पष्ट निशान न होने के कारण पैदल चलने वालों की जान पर बन आती है।गाड़ी वाले तेजी से गाड़ी चलाते हैं और क्रॉस कर रहे लोगों को काफ़ी समय तक रास्ता नहीं देते और अधिकतर गाड़ियाँ विंटर फ़ील्ड के पास रुकती है लिहाजा सभी लोगों को क्रॉस करना पड़ता है । अपर वाले रास्ते से भी लोग आते है और स्कूली बच्चों की आवाजाही बहुत रहती है 
बच्चों की दहशत भरी जुबानी
यह सड़क रोजाना स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए खौफ का सबब बनी हुई है।
मृत्युंजय (कक्षा 6 का छात्र): “हमें सड़क पार करने में बहुत डर लगता है। गाड़ियां नहीं रुकतीं और जेब्रा क्रॉसिंग भी दिखाई नहीं देती।”
संस्कृति (कक्षा 6की छात्रा): “कल मेरी दोस्त गिरते-गिरते बची। यहां कोई गार्ड होना चाहिए।”
स्थानीय जनता का गुस्सा
स्थानीय लोग प्रशासन की लापरवाही से नाराज हैं।
हेमंत (स्थानीय निवासी): “कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन क्या किसी और मौत का इंतजार कर रहा है?”
दीपिका शर्मा (अभिभावक): “मेरे बच्चे रोज इसी रास्ते से जाते हैं। हमें रोज डर रहता है कि कहीं कोई हादसा न हो जाए।”
प्रशासन को जगाने की मांग
स्थानीय लोगों ने साफ कहा है कि सड़क सुरक्षा के इंतजाम तुरंत किए जाएं।
नई और साफ पेंट की हुई जेब्रा क्रॉसिंग बनाई जाए।
सटीक ऊंचाई वाले स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं। यहाँ लाइट साइन लगाये जाय । या फ्लाइओवर लगाया जाय
स्कूल समय में ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई जाए।


