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गड़बड़ी: घरों को बनाने को पैसा तो आया पर घर ही नहीं बने

आरटीआई में हुआ खुलासा: घूंड और चरैण टिक्कर पंचायतों में विकास कार्यों की अनदेखी और सरकारी धन के दुरुपयोग के गंभीर आरोप

 

ग्राम पंचायत घूंड, चरैण और टिक्कर से संबंधित आरटीआई (जन सूचना अधिनियम 2005) के माध्यम से चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता सतीश कुमार द्वारा प्राप्त सूचना में कई विकास कार्यों की अनदेखी, अधूरी योजनाओं और सरकारी धन के दुरुपयोग की शिकायतें उजागर हुई हैं।इसकी शिकायत उन्होंने शिमला डीसी से की है और उनसे जाँच की माँग की है 

छैला क्षेत्र: कूड़ा प्रबंधन व्यवस्था नहीं

आरटीआई से सामने आया है कि छैला क्षेत्र में अभी तक कोई भी कूड़ा फेंकने का अधिकृत स्थान निर्धारित नहीं किया गया है। न ही क्षेत्र में कहीं पर डस्टबिन की व्यवस्था की गई है, जिससे सार्वजनिक स्वच्छता व्यवस्था चरमरा गई है।

चरैण पंचायत: अधूरे निर्माण और फर्जीवाड़े के आरोप

• वर्षाशालिका और बाउंडी वॉल: चरैण में प्रस्तावित वर्षाशालिका का निर्माण नहीं हुआ है। चरैण कैंची में बनने वाली बाउंडी का भी अब तक निर्माण नहीं किया गया है और न ही वहां कोई सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।

• कच्चा तालाब बगेन: योजना में शामिल यह निर्माण कार्य भी कागजों में ही सीमित है। ज़मीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं हुआ।

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• सोलिंग व ड्रेनेज में गड़बड़ी: चरैण कैंची से गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल चरैण तक बनने वाली सड़क में सोलिंग और ड्रेनेज के नाम पर भारी गड़बड़ी सामने आई है और न तो उचित ढंग से कार्य हुआ है।

• डस्टबिन पिट भी नहीं बनाए गए: पंचायत में पिट फॉर डस्टबिन का निर्माण प्रस्तावित था, जो अब तक नहीं किया गया।

• चरैण टिक्कर पंचायत: स्थान बदलकर बनाया जा रहा पंचायत भवन

सतीश कुमार ने जानकारी दी है कि पंचायत भवन के लिए जिस भूमि को स्वीकृति दी गई थी, उसका निर्माण किसी और स्थान पर किया जा रहा है। यह सीधे तौर पर सरकारी प्रक्रिया की अवहेलना है।

आवास योजनाओं में अनियमितता:

सतीश कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा जिन लाभार्थियों को घर बनाने के लिए राशि दी गई थी, उन्होंने अभी तक कोई घर नहीं बनाए हैं। यह स्पष्ट करता है कि योजनाएं ज़मीन पर उतारने में पंचायत विफल रही है।

सरकारी धन का दुरुपयोग का आरोप:

सतीश कुमार का आरोप है कि इस कार्यों के नाम पर केवल कागजी कार्यवाही हो रही है, जबकि जनता को वास्तविक लाभ नहीं मिल रहा सरकर से आग्रह है कि इसकी जल्द से जल्द जाँच की जाय 

Deepika Sharma

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