अच्छा आदमी बनाने में कविता की भूमिका अहम-श्रीनिवास जोशी

वरिष्ठ लेखक व स्तम्भकार श्रीनिवास जोशी ने जीवन के संघर्षों के बीच आदमी को आदमी बनाये रखने में कविता की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया है। वे उत्कृष्ट राजकीय महाविद्यालय संजौली में साहित्यिक संस्था ‘सर्जक’ के कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया से हैवानियत को मिटाना साहित्य से ही सम्भव है। तीन सत्रों में हुए इस कार्यक्रम के पहले सत्र में कवि व आलोचक डॉ0 सत्यनारायण स्नेही की पहले कविता संग्रह ,इंटरनेट पर मेरा गांव’ का विमोचन किया गया। इस अवसर पर साहित्यिक पत्रिका सेतु के सम्पादक डॉ देवेंद्र गुप्ता, वरिष्ठ कवि रोशन जसवाल, महाविद्यालय के प्राचार्य चन्द्रभान मेहता उपस्थित थे। दूसरे सत्र में प्रसिद्ध समीक्षक व लेखिका देवकन्या ठाकुर और आलोचक, अनुवादक विद्यानिधि छाबड़ा ने स्नेही की काव्य पुस्तक पर समीक्षात्मक लेख प्रस्तुत किये जिनमें कविताओं पर विस्तार से दृष्टि डालते हुए उन्होंने कविताओं की खूबियों, खामियों, भाषा शिल्प सहित विभिन्न पहलुओं को उजागर किया। देवकन्या ने कविताओं को मिट्टी उपजी बताया तो छाबड़ा ने कविताओं के कथ्य को आज की बात बताते हुए पहाड़ी जीवन पर भी बाजारवाद के प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को अपने बुजुर्गों के अनुभवों से अधिक इंटरनेट की ओर से परोसे जा रहे विकृत ज्ञान पर अधिक भरोसा है। इन पत्रों के बाद देवेंद्र गुप्ता, आत्मा रंजन, दिनेश शर्मा, कामना महेंद्रू नेगी, जगदीश बाली ने भी कविताओं व पत्रों पर विचार रखे और स्नेही को पहाड़ का कवि बताया। कवि ने बहस के अंत में सभी वक्ताओं का धन्यवाद किया। सर्जक सदस्य मोहन साहिल ने संवाद का संचालन किया। तीसरे सत्र में आयोजित कवि गोष्ठी की अध्यक्षता प्रसिद्ध कवि आत्मा रंजन ने की जिनके साथ, कवि अजेय भी अतिथि के रूप में मंच पर रहे। ओम भारद्वाज ने संचालन किया। 15 छात्र कविताओं के बाद डॉ विद्यानिधि ने उनपर अपनी टिप्पणी दी। इन कवियों में प्रियंका, साक्षी, अवन्तिका, हर्ष, अंजली, अभिषेक, साहिल, तमन्ना, सर्वजीत कौर, निखिल, राहुलदेव, नीतीश, अमृता, आस्था और हर्षिता शामिल रहे। उसके बाद नवोदित व वरिष्ठ कवियों में वेद प्रकाश, जगदीश बाली, रोशन जसवाल, गुप्तेश्वर उपाध्याय, ओम भारद्वाज, नरेश देवग, संजय ठाकुर, सुरेंद्र शर्मा, दिनेश शर्मा, रतनचंद निर्झर, कल्पना गांगटा, सीताराम शर्मा, अजेय, सुरेश भारद्वाज, मोहन साहिल आदि शामिल रहे। 11 बजे शुरू हुआ यह कार्यक्रम देर शाम तक चला।



