‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’ विषय पर संत निरंकारी मिशन का पर्यावरण

जागरूकता एवं स्वच्छता अभियान आयोजित
शिमला, जून 5, 2025:- प्रकृति मानव जीवन की सदा-संगीनी रही है, उसकी छांव में सभ्यताओं ने आकार लिया, संस्कृतियाँ पनपीं और जीवन निरंतर रूप से विकसित होता रहा। किंतु जब मानवीय स्वार्थ ने संतुलन का दायरा लांघा, तब इस जीवनदायिनी प्रकृति को क्षतिग्रस्त होना पड़ा। मानव शायद यह भूल जाता है कि वह स्वयं भी इसी प्रकृति का ही एक अंग है। आज, पर्यावरणीय संकट की गूंज वैश्विक चेतना को झकझोर रही है और इसी अनुभूति के तहत संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिवर्ष 5 जून को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ आयोजित किया जाता है।
इस वैश्विक पहल से प्रेरणा लेते हुए, संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन, सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के लोक मंगलकारी एवं दूरदर्शी नेतृत्व में, संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित थीम ‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’ को केंद्र में रखते हुए देशभर के 18 प्रमुख पर्वतीय पर्यटक स्थलों पर 5 जून को प्रातः 8:00 से दोपहर 2:00 बजे तक एक व्यापक वृक्षारोपण एवं स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया जिसमें शिमला के संत निरंकारी सत्संग भवन से जोनल इंचार्ज एन.पी.एस. भुल्लर जी द्वारा मानव श्रृंखला का फ्लैग ऑफ किया गया।
इसके बाद कमला नेहरू अस्पताल में सफाई अभियान चलाया गया जिसे संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा गोद लिया गया है इसके साथ ही मिशन के स्वयं सेवकों द्वारा मानव श्रृंखला रूप में निरंकारी भवन बेमलोई से माल रोड होते हुए रिज तक जागरूकता रैली निकाली तथा ओपन थिएटर में नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों द्वारा पहाड़ी भाषा में पर्यावरण पर गाने गाए गए इसके अलावा लोगों को जूट के बैग भी वितरित किए गए तथा उनसे निवेदन किया गया कि वे जितना हो सके प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग करें।
निःसंदेह, प्रकृति हमारी अनमोल धरोहर है, जिसका संरक्षण करना हम सभी का मूल कर्तव्य है। संत निरंकारी मिशन अपनी जागरूकता और सेवा के माध्यम से न केवल पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता जगा रहा है, बल्कि धरती को सुरक्षित और समृद्ध बनाने में भी एक प्रेरणास्पद भूमिका निभा रहा है।



