कमाल का कैम्प – समर कैम्पेन

आज राजकीय महाविद्यालय चायल-कोटी में प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के सौजन्य से “कमाल का कैंप – समर कैम्पेन 2025” पर 30 छात्रों के साथ कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

इस अवसर पर संस्थान के पदाधिकारी भी मौज़ूद रहे । महाविद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा है कि छात्र 20 मई 2025 to 20 जून 2025 के मध्य अपने आस-पड़ोस बच्चों के साथ समर कैंप लगाएंगे ।
प्रथम एक गैर-सरकारी संस्था है जो 1995 से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है। वर्तमान में यह संस्था हिमाचल प्रदेश सहित 23 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कार्य कर रही है। प्रथम फाउंडेशन के कार्यक्रम सीधे तौर पर तथा सरकारों एवं अन्य संगठनों के सहयोग के माध्यम से देशभर के बच्चों और युवाओं तक पहुँचते हैं।
‘प्रथम’ इस वर्ष एक राष्ट्रव्यापी अभियान के तौर पर 5 सप्ताह की अवधि का “कमाल का कैंप – समर कैम्पेन 2025” आयोजित कर रहा है, जिसका लक्ष्य देशभर में सामुदायिक स्तर पर बच्चों के पढ़ने, लिखने और गणित की मज़ेदार गतिविधियों के ज़रिये बुनियादी सीखने के कौशल को मजबूत बनाया जा सके। ” कमाल ” से तात्पर्य ‘कंबाइंड एक्टिविटी फॉर मैक्सिमाइज़्ड लर्निंग’ से है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बच्चों में बुनियादी भाषा और गणित के लक्ष्यों की प्राप्ति की ज़रूरत को रेखांकित किया गया है। हिमाचल प्रदेश के सन्दर्भ में एनुअल स्टेटस ऑफ़ एजुकेशन रिपोर्ट (एसर) 2024 के आंकड़े यह बताते हैं कि कक्षा 5 से 8 के बच्चों के मूलभूत गणित पर कार्य किये जाने की आवश्यकता है। इसलिए संस्था द्वारा हिमाचल प्रदेश में सामुदायिक स्तर पर मई और जून के दौरान आयोजित समर कैंप में 5वीं से 8वीं कक्षाओं के बच्चों के साथ बुनियादी गणित पर ज़्यादा बल दिया जाएगा। इस अभियान में कॉलेज, विश्वविद्यालय, गैर सरकारी संगठन, सरकारी निकाय, जागरूक युवा इत्यादि बतौर स्वयंसेवक भागीदार हो सकते हैं, जिन्हें संस्था द्वारा शिक्षण सामग्री के साथ सीखने-सिखाने की गतिविधियों पर ओरिएंटेशन दिया जायेगा। इस कैंपेन में स्वयंसेवकों द्वारा पाँच सप्ताहों तक प्रतिदिन 1 से 2 घंटे अपने आस-पड़ोस के बच्चों के साथ स्थानीय मान, जोड़, घटाव, गुणा और भाग जैसी मूलभूत संक्रियाओं पर काम किया जायेगा।
समर कैंपेन आयोजित करने हेतु स्वयंसेवकों को प्रोत्सहित करने के लिए डिजिटल कोर्स ‘लर्न विद गूगल टूल्स’ तथा प्रशंसा-पत्र दिये जायेंगे। स्वयंसेवक बच्चों के साथ समर कैंप से पहले और बाद उनकी सीखने में हुई बढ़ोतरी का मूल्यांकन भी करेंगे । इसके साथ मशोबरा ब्लाक के 2 स्कूल राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोटी व अपेक्स माडल स्कूल में भी दौरा किया गया और 3 स्वयंसेवक के साथ 55 बच्चों तक पहुंच बनाई गई।




