विधानसभा में धक्का मुक्की, विधायकों का निलंबन , पर कार्यवाई पर क्यों है हैरानी
कांग्रेस ने लगाए आरोप ये कैसा निलंबन, भाजपा ने कहा -कड़ी कार्यवाई हो

विधनसभा में आज हुए हंगामे पर नेता प्रतिपक्ष मुकेशअग्निहोत्री, हर्षवर्धन चौहान, सतपाल रायजादा, सुन्दर सिंह व विनय कुमार पूरे सत्र के लिए निलंबित किए गए हैं।
विक्रमादित्य सिंह विधायक ने इस मामले पर कहा है कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और अन्य चार कांग्रेस विधायकों को तो निलंबित कर दिया परंतु सरासर गुंडागर्दी पर उतारू विधानसभा के उपाध्यक्ष हंसराज पर कोई कार्रवाई नहीं ? विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि
कांग्रेस विधायकों ने केवल अपनी बात को राज्यपाल के समक्ष रखा और उनका अभिभाषण जो उन्होंने बीच में ही रोक दिया उसे पूरा करने का निवेदन किया जिस पर भाजपा के मंत्री और विधायक गुंडागर्दी पर उतारू हो गए हैं।
उधर , भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि आज विधानसभा में जिस प्रकार से राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण के बीच में कांग्रेस के नेताओं द्वारा टिप्पणी की गई वह अशोभनीय है , ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है।
उन्होंने कहा की उसके बाद जब राज्यपाल महोदय विधानसभा से राजभवन की ओर जा रहे थे तो उनकी गाड़ी को कांग्रेस के विधानसभा सदस्यों द्वारा जिस प्रकार से रोका गया है वह निंदनीय है। महामहिम राज्यपाल के ईडीसी के साथ भी जिस प्रकार से धक्का-मुक्की हुई वह अशोभनीय है। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा को शर्मसार कर दिया है, इस घटनाक्रम से यह पूरी तरह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में पूरी तरह से बौखला गई है। जिस प्रकार से कांग्रेस को लोकसभा चुनाव, हिमाचल प्रदेश के उपचुनाव एवं उसके उपरांत पंचायती राज चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा है और भाजपा को एकतरफा बहुमत प्राप्त हुआ है उससे कांग्रेस को पता चल गया है कि धरातल पर कांग्रेस का कार्यकर्ता और कांग्रेस का वोट बैंक उनके हाथ से निकलता चला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के व्यवहार पर कांग्रेस के सभी नेताओं पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर सरकार के खिलाफ एक भी मुद्दा नहीं है, ना कांग्रेस के पास कोई नेता है ना नीति है। कांग्रेस इस प्रकार का शर्मसार व्यवहार कर केवल अपने आप को मीडिया में जिंदा रखना चाहती है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष ने कई विधायकों को निलंबित किया है वह निर्णय उचित है, कांग्रेस के सभी नेताओं को इस प्रकार के व्यवहार के लिए सार्वजनिक माफी भी मांगनी चाहिए।



