
*भाषा और गणित में हिमाचल के बच्चों का सीखने का स्तर बढ़ा*
*2022 के 23.0% की तुलना में 2024 में तीसरी कक्षा के 46.6% बच्चे भाषा पढ़ने में सक्षम*
*भाषा में सक्षम पांचवी कक्षा के बच्चों का प्रतिशत 60.2% से बढ़कर 65.8% हुआ*
*पहले के मुकाबले तीसरी कक्षा के 15.4% अधिक बच्चे घटाव के सवाल हल करने में सक्षम*
*पांचवीं कक्षा के 5.9% अधिक छात्र कर पा रहे हैं भाग के सवाल*
*शिमला*
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों के सीखने के स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। यह निष्कर्ष प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा जारी ASER 2024 रिपोर्ट में सामने आया है। प्रथम संस्था की ओर से यह रिपोर्ट शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को सौंपी गई। इस दौरान राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा, राजेश शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से शिक्षा की गुणवत्ता में बड़ा सुधार देखने को मिला है। उन्होंने ASER 2024 रिपोर्ट के निष्कर्षों को सराहनीय बताते हुए अगले शैक्षणिक सत्र में सुधारात्मक कदम उठाने पर जोर दिया।
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने शिक्षा मंत्री को आश्वस्त किया कि बच्चों के सीखने के स्तर में और सुधार के लिए समग्र शिक्षा के तहत व्यापक एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।
*तीसरी कक्षा के दोगुने बच्चे अब पढ़ पा रहे हैं दूसरी कक्षा के स्तर का पाठ*
ASER 2024 रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्रों की पढ़ने की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। वर्ष 2022 में जहां तीसरी कक्षा के मात्र 23.0% बच्चे भाषा में दूसरी कक्षा के स्तर का पाठ पढ़ सकते थे, वहीं अब 2024 में यह संख्या दोगुनी होकर 46.6% हो गई है। इस उपलब्धि के साथ हिमाचल पूरे देश में शीर्ष स्थान पर है।
*भाषा पढ़ने में पांचवीं कक्षा के बच्चों में भी सुधार*
पढ़ने की क्षमता के मामले में सरकारी स्कूलों के पांचवीं कक्षा के बच्चों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2022 में जहां 60.2% बच्चे भाषा में दूसरी कक्षा के स्तर का पाठ पढ़ सकते थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 65.8% हो गया। इस सुधार के साथ हिमाचल प्रदेश देश के शीर्ष राज्यों में शामिल हो गया है।
*गणित में भी छात्रों का प्रदर्शन बेहतर*
गणित की दक्षता में भी हिमाचल के सरकारी स्कूलों के बच्चों ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। 2022 में कक्षा तीन के केवल 31.3% बच्चे घटाव के सवाल हल कर पाते थे, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 46.7% हो गई। यानी पिछले दो वर्षों में इसमें 15.4% की बढ़ोतरी हुई है।
गणित में ही पांचवीं कक्षा के बच्चों की भाग करने की क्षमता में भी सुधार दर्ज किया गया है। 2022 में जहां 38.1% छात्र भाग के सवाल हल कर सकते थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 44% हो गया। यानी इसमें 5.9% का सुधार हुआ है।
*हिमाचल के 11,421 बच्चों को ASER सर्वे में किया गया शामिल*
प्रथम द्वारा संचालित असर सर्वेक्षण के तहत सितंबर-अक्टूबर 2024 में देशभर के 605 जिलों के ग्रामीण इलाकों में 3 से 16 वर्ष की आयु के कुल 6,49,491 बच्चों को शामिल किया गया।
हिमाचल प्रदेश में इस सर्वे में 11,421 बच्चे शामिल किए गए और परिणामों से स्पष्ट है कि राज्य के बच्चों का प्रदर्शन देश में सर्वश्रेष्ठ रहा। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं में भी अपेक्षित सुधार हुआ है।