बिजली बोर्ड का विघटन नहीं होगा सहन
फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों के 1030 पद स्वीकृत किए गए थे परंतु लंबे समय से भर्ती प्रक्रिया पूरी न होने की वजह से लगभग तीन हजार के करीब फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारी सेवानिवृत हो चुके हैं

हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं ज्वाइंट फ्रंट के सहसंयोजक श्री लक्ष्मण कापट ने यहां प्रेस को जारी बयान में कहा है। कि प्रदेश सरकार द्वारा जो बिजली बोर्ड का विघटन किया जा रहा है उसे कतई सहन नहीं किया जाएगा।
ज्वाइंट फ्रंट ऐसे कर्मचारी विरोधी निर्णय का डटकर विरोध करेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है। कि इस तरह के निर्णय लेने से पहले पुनः विचार किया जाए। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री जी के द्वारा बार-बार सार्वजनिक मंचों से घोषणा करने के बावजूद बीते 2 साल से बिजली बोर्ड के हजारों कर्मचारी ओल्ड पेंशन बहाली से अभी तक वंचित है एक तरफ तो प्रदेश सरकार हर मंच से ओल्ड पेंशन बहाली का वादा पूरा करने का जिक्र करती है तो वहीं दूसरी तरफ बिजली बोर्ड के कर्मचारी लंबे समय से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
बिजली बोर्ड के हजारों मेहनतकश कर्मचारीयों के मन में व्यापक रोष है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है। कि अविलंब बिजली बोर्ड में ओल्ड पेंशन बहाल की जाए।उन्होंने कहा की लगभग एक वर्ष पूर्व बी.ओ.डी द्वारा फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों के 1030 पद स्वीकृत किए गए थे परंतु लंबे समय से भर्ती प्रक्रिया पूरी न होने की वजह से लगभग तीन हजार के करीब फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारी सेवानिवृत हो चुके हैं। इसलिए वह प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन वर्ग से मांग करते हैं।कि स्वीकृत पदों को संशोधित करके सेवानिवृत्ति के अनुपात के अनुसार बढ़ाया जाए।
उन्होंने बोर्ड प्रबंधन वर्ग से मांग की है। कि लाइनमैन से फोरमैन और फोरमैन से स्पेशल फोरमैन की पदोन्नति जल्द से जल्द की जाए ताकि जनवरी माह में सेवानिवृत होने वाले कई कर्मचारी पदोन्नति के लाभ से वंचित न रह जाए।
					
							
													



