विविध

एसजेवीएन ने 90 मेगावाट ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना को सफलतापूर्वक कमीशन किय

No Slide Found In Slider.

भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन एक मिनी रत्न अनुसूची ‘ए’ सीपीएसयू एसजेवीएन लिमिटेड ने अपनी 90 मेगावाट ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना को आज सफलतापूर्वक कमीशन कर दिया है। इस परियोजना का निष्पादन एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्‍थ कंपनी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजीईएल) द्वारा किया गया है। परियोजना के कमीशन होने पर एसजेवीएन की कुल स्थापित क्षमता बढ़कर 2466.50 मेगावाट हो गई है।

No Slide Found In Slider.

90 मेगावाट ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में अवस्थित ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पार्क में स्थित है। यह पार्क भारत का सबसे बड़ा सोलर पार्क है। यह परियोजना मध्य एवं उत्तर भारत की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजनाओं में से एक है। परियोजना के कमीशन  होने के साथ ही कंपनी ने फ्लोटिंग सोलर पावर सेगमेंट में प्रवेश कर लिया है।

No Slide Found In Slider.

 परियोजना को 646.20 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है और इससे प्रथम वर्ष में 196.5 मिलियन यूनिट विदयुत उतपादन होने की उम्‍मीद है। 25 वर्षों की अवधि में अनुमानित संचयी विदयुत उत्पादन 4629.3 मिलियन यूनिट होगा। इस परियोजना से एसजेवीएन के राजस्व में 64 करोड़ रुपए की वृद्धि होगी। कमीशन होने पर यह परियोजना 2.3 लाख टन कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी और वर्ष 2070 तक भारत सरकार के शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन मिशन में महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह परियोजना जल वाष्पीकरण को कम करके जल संरक्षण में भी सहायक होगी।

इस परियोजना को बिल्ड ओन एंड ऑपरेट के आधार पर प्रतिस्पर्धी टैरिफ बोली के माध्यम से 3.26 रुपए प्रति यूनिट की दर पर हासिल किया गया है। बोली को आरईडब्‍ल्‍यूए अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (आरयूएमएसएल) द्वारा आयोजित किया गया था। एसजीईएल और आरयूएमएसएल एवं  एमपीपीएमसीएल के मध्‍य 25 वर्षों की अवधि के लिए विदयुत खरीद करार किया गया है।

वर्तमान में, एसजेवीएन का कुल परियोजना पोर्टफोलियो 56802.40 मेगावाट है और कंपनी जलविद्युत, पंप स्टोरेज, थर्मल और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में परियोजनाओं का निष्पादन कर रही है।

Deepika Sharma

Related Articles

Back to top button
Close