
हाथरस में 1 जुलाई 2024 को एक धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। भगदड़ का कारण बड़ी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था में कमी बताया गया है। इस दुर्घटना के बाद, अधिकारियों ने सुरक्षा उपायों की समीक्षा और कड़ी निगरानी की बात कही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताया और पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने जांच के आदेश भी दिए हैं। अन्य नेताओं ने भी इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है और सरकार से जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है !
हाथरस भगदड़ दुर्घटना
तारीख और स्थान: 1 जुलाई 2024, हाथरस, उत्तर प्रदेश
घटना: धार्मिक आयोजन के दौरान अचानक मची भगदड़ से 23 लोगों की मौत और कई घायल। भीड़ के प्रबंधन में कमी और सुरक्षा व्यवस्था की लापरवाही मुख्य कारण बताए गए।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवारों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भी स्थल का दौरा किया और सुरक्षा उपायों की समीक्षा की।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: विपक्षी दलों ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
जांच और उपाय: घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है जो भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों में सुधार के लिए सिफारिशें देगी।
अन्य विवरण: पीड़ितों के परिवारों को तात्कालिक सहायता प्रदान की गई है। दुर्घटना के समय कार्यक्रम स्थल पर भारी भीड़ थी, जिससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई। धार्मिक आयोजन के दौरान मची भगदड़ में 23 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था की कमी को हादसे का कारण बताया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुआवजे की घोषणा करते हुए जांच के आदेश दिए। विपक्ष ने सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। जांच समिति सुरक्षा उपायों की समीक्षा करेगी।



