खास खबर : क्या है आईजीएमसी में ब्लैक लिस्ट कंपनी का सच? अब कंपनी आई सामने
युवा कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष यदोपति ठाकुर द्वारा लगाए गए आरोपों पर M/S NCES कंपनी के संस्थापक ने तोड़ी चुप्पी

आईएमसी में टेंडर मामला अब काफी गरमा गया है। अब इसे लेकर संबंधित कंपनी सामने आई है। युवा कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष यदोपति ठाकुर ने कंपनी पर ब्लैक लिस्ट होने का आरोप लगाया था। जिस पर अब स्पष्टीकरण देने के लिए M/S NCES कंपनी के संस्थापक ज्ञान चौहान और सीईओ राजीव नंदा ने आज प्रेस वार्ता के जरिए अपना पक्ष सबके सामने रखा। इसके अलावा उन्होंने इससे संबंधित सभी दस्तावेजों को पेश करते हुए यदोपति ठाकुर द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया,और कहा कि उन्होंने यह सभी आरोप हमारी कंपनी को बदनाम करने और वित्तीय क्षति पहुंचाने के लिए लगाए हैं।
ज्ञान चौहान ने ब्लैक लिस्ट होने के आरोप पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि हमने इंडियन इंस्टिट्यूट के साथ मिलकर Man Power Of Security नाम का एक कॉन्ट्रैक्ट अप्रैल 2016 को शुरू किया था। जो 31 मार्च 2017 को समाप्त हो गया था। इसके बाद उन्होंने जो उनके पास बचे देय राशि थी उसे स्वीकार किया, और बैंक परफॉर्म सिक्योरिटी को रिफंड किया। इसके बाद 2019 में उनका दोबारा टेंडर बना। किसी की मंशा के कारण हम उस टेंडर में भाग नहीं ले पाए, तो हमें उनकी वेबसाइट के तहत ब्लैक लिस्ट का नोटिस मिला।
मार्च 2019 में हाईकोर्ट के सामने हमने अपना पक्ष रखा तो हाईकोर्ट ने हमें पूरी राहत दी कि आप कहीं भी टेंडर डाल सकते हैं। उनका कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशों को यदोपति ठाकुर ने तोड़-मरोड़ कर मीडिया के सामने पेश किया।
ज्ञान चौहान ने कहा कि हम यदोपति ठाकुर को 15 दिनों का समय देते हैं,यदि उन्होंने 15 दिनों के अंदर हमारी कंपनी के ऊपर लगाए गए सभी झूठे आरोपों के लिए माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ हम हाई कोर्ट के द्वारा कानूनी कार्यवाही करेंगे।
असर टीम के लिए भारती और शीतल की रिपोर्ट