
हि.प्र.स्कूल प्रवक्ता संघ की सरकार से जे सी सी बैठक में कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओ को हल करने की माँग
हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों के मसले सुलझाने के लिए 25 सितंबर को सुबह 11 बजे संयुक्त सलाहकार समिति (जेसीसी) की बैठक बुलाई गई है। राज्य सरकार पांच साल बाद पौने दो लाख कर्मचारियों के मसले सुलझाएगी। हि.प्र.स्कूल प्रवक्ता के हाल ही में निर्वाचित हुए प्रदेश अध्यक्ष केसर सिंह ठाकुर ने भी सरकार को जे सी सी की बैठक में कर्मचारियों के हितों से जुड़े विभिन्न मामलों पर विचार करने का आग्रह किया है ! उल्लेखनीय है की प्रवक्ता संघ प्रदेश में प्रवक्ताओं का एक बहुत बढ़ा संगठन है जिसकी सदस्य संख्या अठारह हजार से भी अधिक है !प्रवक्ता संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसर सिंह ठाकुर मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर के करीबी लोगों में माने जाते हैं आज जारी एक प्रेस ब्यान में संघ के स्कूल प्रवक्ता संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसर सिंह ठाकुर महासचिव संजीव ठाकुर ने सरकार से आग्रह किया है कि वो इस बैठक में नये वेतनमान को तुरंत लागू करने का निर्णय लें कयूकि इसे लागू करने में पहले ही बहुत देरी हो चुकी हैं !पुरानी पैंशन को बहाल करने का निर्णय लिया जाये ! सरकार के इस निर्णय से लाखों कर्मचारियों का बुढ़ापा सुरक्षित होगा ! अनुबंध कार्यकाल तीन साल से घटाकर दो साल करने अनुबंध कर्मचारियों के दो साल के प्रोवेशन पिरियड को खत्म कर उन्हे सारे आर्थिक लाभ प्रदान किये जाये ! उल्लेखनीय है की प्रवक्ताओं को प्रोवेशन पिरियड के दौरान 4200 रूपये का ग्रेड पे दिया जाता है ! प्रोवेशन पिरियड पूरा होने पर उन्हें 5400 रूपये का ग्रेड पे दिया जाता
है !प्रवक्ता संघ ने प्रोवेशन पिरियड खत्म करने की माँग की है !केसर सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रवक्ताओं की वेतन विसंगतियों को दूर किया जाये और सभी प्रवक्ताओं को 16290 का निशियल स्टार्ट प्रदान किया जाये !प्रवक्ता संघ ने सरकार से वर्ष में कम से कम दो बार पदोन्नति सूचि जारी करने की माँग की है !केसर सिंह ठाकुर और महासचिव संजीव ठाकुर ने मुख्यमंत्री महोदय से कर्मचारी संगठन की जे सी सी की तर्ज पर अध्यापकों संघठनो से भी इसी तरह की जे सी सी करने की माँग भी की हैं ताकि शिक्षक वर्ग के विभिन्न मसलों का हल निकला जा सकें !
वर्तमान जयराम सरकार भी सत्ता संभालने के बाद यह पहली जेसीसी आयोजित करेगी। सरकार ने बैठक में सभी विभागों के सचिव और विभागाध्यक्षों को मौजूद रहने के लिए कहा है।




