EXCLUSIVE: टांडा में गर्भवती महिलाओं की मौत की होगी जांच
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा: मामले की होगी पड़ताल

टांडा में प्रसव के बाद गर्भवती महिलाओ की मौत के कारणों का पता लगाया जाएगा। इस बाबत स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की जांच के लिए कहां है।

गौर हो कि डॉक्टर डे के दिन अस्पताल में दो बेहद कम उम्र की गर्भवती महिलाओं की अस्पताल में मौत हो गई थी। हालांकि मौत के कारणों को जाना जाएगा लेकिन इसमें ये भी देखा जाएगा की आखिर इतना बड़ा संस्थान प्रसव के बाद गर्भवती महिलाओं को क्यो नहीं बचा पाया है।
ये भी साफ है कि गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव को बड़ावा देने के लिए सरकार कई कार्यक्रम आयोजित करती है। जिसमें यदि संस्थान माता को ही नहीं बचा पाए तो जांच की आवाज उठाना लाज़मी है।

(असर न्यूज़ ने उठाया था मामला)
फिलहाल
हिमाचल के नामी सरकारी मेडिकल कॉलेज टांडा में गर्भवती महिलाओं के इलाज पर बड़ा सवाल खड़ा हुआ है। जिसमें एक गर्भवती महिला ने गायनी विभाग के अस्पताल स्टाफ पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था। भवानी ने शिकायत की थी कि जब वह इलाज के लिए अंदर गई तो उसे ये कहा गया की “तू यहां डिलीवरी क्यों कर रही हैै”। तू यह देख नहीं रही है यहां पर कितना रश है। जिस पर प्रिंसिपल ने जांच के लिए कहा था।
वहीं डॉक्टर डे के दिन दो गर्भवती महिलाओं की मौत का मामला भी गरमा गया है। इस पर भी प्रिंसिपल ने कहा था कि मौत की जांच की जाएगी। जिसमें अब स्वास्थ्य मंत्री ने भी मामले में गंभीरता जाहिर की है।
बहरहाल जिन दो महिलाओं को मौत हुई थी।
बताया जा रहा है को दोनों की उम्र पच्चीस वर्ष से कम थी। मौत का क्या कारण रहा है ।अब इसका खुलासा जांच के बाद ही होगा लेकिन यह सवाल मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग पर उठ रहा है कि ऐसा क्या हो रहा है कि गर्भवती महिलाएं अब यहां पर इलाज के लिए शिकायतें कर रहीं हैं।


