जाइका परियोजना के अधीक्षक ग्रेड-वन हुए सेवानिवृत्त
-वन विभाग में 37 साल, 3 माह और 10 दिन तक दी बेहतरीन सेवाएं

जाइका वानिकी परियोजना के अधीक्षक ग्रेड-वन रमेश बंसल सेवानिवृत्त हुए। परियोजना मुख्यालय टुटू में शुक्रवार को विदाई समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी, परियोजना निदेशक श्रेष्ठा नंद शर्मा, जैव विविधता विशेषज्ञ डा. एसके काप्टा, बतिरिक्त परियोजना निदेशक दिनेश कुमार विज, वित्त अधिकारी गौरीशंकर समेत परियोजना में सेवाएं दे रहे समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने रमेश बंसल की बहतरीन सेवाओं के लिए खूब सराहना की। गौरतलब है कि रमेश बंसल ने 19 फरवरी 1987 को वन विभाग के राजगढ़ मंडल से अपनी सेवाएं शुरू की थी। राजगढ़ वन मंडल में वर्ष 1990 तक रहे। उसके बाद 1990 से 1995 तक कुनिहार वन मंडल, 1995 से 2003 तक सिल्विकर्चर डिविजन शिमला, 2003 से 2018 तक प्रचार वन मंडल शिमला और 2018 से 31 मई 2024 तक जाइका वानिकी परियोजना में अपनी सेवाएं दी। बता दें कि रमेश बंसल जिला सोलन के ग्याणा गांव से संबंध रखते हैं।
विदाई समारोह के अवसर पर मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने रमेश बंसल की आगामी भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। रमेश बंसल ने कहा कि उन्होंने जहां-जहां पर भी सेवाएं दी, वहां पर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मुधर संबंध बनाए रखा। उन्होंने कहा कि जाइका वानिकी परियोजना प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छे कार्य कर रही है और आने वाले समय में भी इसी तरह से प्रगति के पथ पर चलेगी।
