
एफ आई कोटशेरा इकाई द्वारा कैंपस में ABVP के खिलाफ प्रदर्शन किया।
आप तमाम लोगों को वाकिफ होगा कि हिमाचल काफी लंबे समय से आपदा जैसी त्रासदी से जूझ रहा है। इस तरह की आपदा हिमाचल प्रदेश में शायद इतिहास में कभी आई हो। इस आपदा के कारण हिमाचल प्रदेश में, असंख्य संख्या में लोग ऐसे हैं जिन्होंने अपनी जान खोई है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो बेघर हुए है।
इस भारी त्रासदी के कारण हिमाचल प्रदेश में जिन लोगों ने अपनी जान खोई है। उन लोगों को एस एफ आई 18 अगस्त 2023 को कैंपस में श्रद्धांजलि देने जा रही थी।
इस बीच हम लोग देखते हैं कि एबीवीपी के 25-30 कार्यकर्ता अचानक से एसएफआई के पांच कार्यकर्ताओं पर शराब पीकर तेजदरार हथियार जैसे दरात, रोड, शरीया से जानलेवा हमला करते है। जिसमें हमारे कुछ एक साथी गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं।
एसएफआई नही चाहती है कि किसी भी रूप में कैंपस का शैक्षणिक माहौल खराब हो।
लेकिन कॉलेज प्रशासन के लिए यह बहुत शर्मनाक बात है कि जिन हमलावरों की पहचान उस घटना में हुई है अभी तक प्रशासन द्वारा उन लोगों को कैंपस से निष्कासित नही किया गया है और ना ही कोई कार्यवाही अमल में लाई गई है।
एस एफ आई द्वारा 2 बारी कॉलेज प्रशासन को अवगत करवा चुकी है की किन लोगों द्वारा कैंपस का माहौल खराब किया जा रहा है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही अमल में न लाया जाना प्रशासन की मिलीभगत को साफ दर्शाता है।
एस एफ आई इस तरह के शरारती तत्वों का कैंपस में पैदा होने पर का विरोध करती है।
इसी के चलते आज दिनांक 21 अगस्त 2023 को एस एफ आई कोटशेरा इकाई द्वारा अपने कैंपस में विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें एसएफआई के कैंपस सचिव जनेश जस्टा का कहना है की एबीवीपी के लोगों द्वारा आए दिन कैंपस का माहौल खराब किया जा रहा है। एबीवीपी का मकसद देश में सांप्रदायिकता फैलाना और नफरत की राजनीति करना, लोगों में डर का माहौल तैयार करना है। लेकिन यह लोग एसएफआई का इतिहास भूल गए है। हमारा इतिहास क्रांति का इतिहास, कुर्बानी का इतिहास रहा है। जब- जब देश में इस तरह की संकीर्ण ताकतों ने जन्म लिया है। तब- तब यह स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया- स्पेशल फोर्स ऑफ इंडिया बनी है।
एस एफ आई इस प्रदर्शन से कॉलेज प्रशासन और पुलिस प्रशासन से यह मांग करती है कि जिन भी लोगों द्वारा कैंपस का माहौल खराब किया जा रहा है। उन लोगों पर सख्त-से- सख्त कार्रवाई की जाए और उन लोगों को कैंपस से निष्कासित किया जाए।ताकि भविष्य में इस तरह की घटना सामने ना आए।
साथ ही एसएफआई इस मंच पर यह ऐलान करती है की यदि शीघ्र अति शीघ्र कॉलेज प्रशासन या पुलिस प्रशासन द्वारा उन लोगों पर कोई ठोस कार्यवाही नही की जाती है तो आने वाले समय में एस एफ आई कई इस कैंपस और हिमाचल प्रदेश में एक उग्र आंदोलन खड़ा करेंगी। जिसका जिम्मेदार प्रशासन स्वयं होगा।



