
प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा में सरकारी कर्मचारियों एवंम सेवानिवृत सरकारी कर्मचारियों के लिए उनके योगदान को लेकर खुला पत्र
,अनोखी राम ठाकुर सेवानिवृत कर्मचारी,हिमाचल प्रदेश सचिवालय, शिमला का कहना है की…

पिछले कुछ महीनों से लगातार हो रही बरसात के कारण हिमाचल प्रदेश में जन एवम धन की अपार क्षति हुई है । प्रदेश सरकार इस प्राकृतिक आपदा में अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य कर रही है, तथा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मदद पहुंचने में लगी हुई है । परन्तु सीमित संसाधनों की कमी के कारण एवंम धन की कमी के कारण हिमाचल प्रदेश सरकार को राहत कार्य करने में बड़ी कठिनाईया आ रही है ।
आज हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ खड़े हो कर काम करने की आवश्यकता है, में सभी सरकारी कर्मचारी साथियों अब सेवा निवृत सरकारी कर्मचारी साथियों से अपील करना चाहता हूं कि हमें सरकार की आर्थिक रूप से मदद करनी चाहिए। मेरी श्री सुखविंदर सिंह सुखु सरकार से अपील है की समस्त सरकारी कर्मचारियों का एक महीने का वेतन आपदा कोष में डाला जाये, हर सरकारी कर्मचारी के वेतन से अगले तीन महीनो तक दस-दस दिन के वेतन में कटौती की जाये, जिसकी शुरुआत मेरी पेंशन कटौती के साथ की जाये ।
सरकार लोगों के जीवान से ले कर मृत्यु तक अनेको महत्व पूर्ण कार्य करती रहती है। हमारे जीवन के हर क्षेत्र में हर कदम पर सरकार प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सदा कार्य में लगी रहती है, आज इस आपदा की घड़ी में सभी सरकारी कर्मचारियों अवं निजी कार्यों में लगे लोगों को आगे आ कर हर तरह से सरकार की मदद करनी चाहिए ताकि सड़क व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधा, जल व्यवस्था एवंम अन्य सभी प्रकार के कार्यों को दुरुस्त रूप से चलाया जा सके ।
इस आपदा के समय में, हम सभी के द्वारा किया गया ये प्रयास और योगदान सरकार द्वारा किये जा रहे राहत कार्यों को और बल देगा, तथा गरीबो, बच्चों अब बेसहारा लोगो तक मदद पहुंच पाए गई । और अधिक न कहते हुए में सरकार से विनम्र प्राथना करता हूँ की वेतन /पेंशन कटौती की
शुरुआत मुझ से की जाए और तीन किश्तो में वेतन/ पेशन की कटौती की जाये।
अनोखी राम ठाकुर
सेवानिवृत कर्मचारी,
हिमाचल प्रदेश सचिवालय, शिमला



