खास खबर :दुर्गम क्षेत्रों में बैलेट बॉक्स से हुआ कोरोना टीकाकरण

मैदानी क्षेत्र की अपेक्षा पहाड़ी इलाको में टीकाकरण की चुनौतियां अधिक होती है।हिमाचल प्रदेश के स्पीति और लाहौल जैसे दुर्गम इलाके जहां मोबाइल नेटवर्कबड़ी समस्या थी, वहां बैलेट बॉक्स के जरिए टीकाकरण किया गया। कोविड वैक्सीनको लेकर शुरुआत में लोगों के मन में झिझक थी, लेकिन बाद में यहां इतनी तेजगति से टीकाकरण हुआ कि एशिया में सबसे अधिक ऊंचाई (समुद्र तल से 15500 फीट)पर स्थित कोमिक गांव में 44 साल अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों का दोनों डोजके साथ शत प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है।
70 लाख आबादी वाले हिमाचल प्रदेशकी 20.7 लाख लोगों को कोविड का पहला टीका दिया जा चुका है जबकि चार लाखलोगों को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा चुकी है। हिमाचल प्रदेश केदुर्गम इलाकों में वैक्सीनेशन की अलग चुनौतियां थीं, जिसका प्रशासनिक स्तरपर बहुत बेहतर ढंग से प्रबंधन किया गया।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. हितेन बन्याल ने कहा कि जहां तक टीकों की उपलब्धता की बात है तो पहले सप्ताह में तीन दिन तक टीकाकरण अभियान चलाया गया, इस दौरान शनिवार व रविवार को पंचायत घर में जागरूकता अभियान भी चलाया गया | टीकाकरण के लिए तीन चरण में कार्य योजना बनाई गई।पहले सरकार द्वारा जारी पंजीकरण का लिंक लोगों तक पहुंचाया गया, दूसरा एसएमएस के माध्यम से कोरोना वैक्सीन के लिए व्यक्तिगत जानकारी मांगी गई, तीसरा ऐसे क्षेत्र जहां मोबाइल नेटवर्क की समस्या होती है, वहां बैलेटबॉक्स लगाए गए। केलांग के अंर्तगत आने वाले लाहौल, स्पीति, पेंगांक, चंबाआदि जगहों पर बॉक्स में सभी अपनी व्यक्तिगत जानकारी लिखकर डाल देते थे, फिरप्राधिकृत अधिकारी द्वारा कोविन एप पर पंजीकरण के बाद निर्धारित दिन पर कोरोना का वैक्सीन लगाया गया। वॉकइन पंजीकरण से पहले बैलेट बाक्स के जरिएबड़ी संख्या में कोरोना का टीकाकरण किया गया।
स्पीति में वैक्सीनेशनकार्यक्रम देखने वाले डॉ. रंजीत वैद्य ने बताया किबैलेट बॉक्स में वैक्सीनेशन के लिए आवेदन आने के बाद लॉटरी के जरिए पर्ची निकाली गई औरवैक्सीन के लिए लोगों का चयन किया गया, इस तरीके से रोजाना 14 से 18 लोगोंको कोविड वैक्सीन दी गई। वैक्सीन की उपलब्धता के साथ ही टीकाकरण की गति मेंभी तेजी आती गई, इसके लिए आशा कार्यकत्रियों की सहायता ली गई। डॉ. हितेनने बताया कि राज्य में जीरो वेस्ट वैक्सीन के साथ टीकाकरण को अंजाम दिया जारहा है। एयरपोर्ट पर वैक्सीन पहुंचाने के साथ ही 686 टीकाकरण केंद्र परतुरंत वॉयल को पहुंचाया जाता है। एक बार सुबह 6.30 बजे वैक्सीन की डोजपहुंची और दोपहर से पहले इसे सभी 12 जिलों में पहुंचा दिया गया।
कोमिक गांव में हुआ शत प्रतिशत टीकाकरण
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय कोमिक गांव में कोविड वैक्सीन की दोनों डोज के साथ शतप्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है। समुद्र तल से 15500 फीट की ऊंचाई परस्थित इस गांव के लोगों में शुरुआत में वैक्सीन को लेकर झिझक थी, लेकिन बादमें लोग खुद वैक्सीन के लिए आगे आए और विशेष अभियान के जरिए 44 साल कीउम्र से अधिक सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी है। राज्य में कोरोना संक्रमण की बात करें तो सबसे उच्चतम स्तर के 2667 पॉजिटिव मरीज के साथ 17 मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई।

