कंप्यूटर शिक्षकों में रोष, मूर्ख बना रही सरकार
कल शिमला में सैकड़ो कम्प्यूटर शिक्षक हल्ला बोल की तैयारी में

प्रदेश के सरकारी स्कूलों मे कम्प्यूटर शिक्षा 22 साल बाद भी विवादों मे आ गई है। प्रदेश के सभी शिक्षक कल शिमला जाकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे और अपना विरोध दर्ज करेंगे
अगर इनकी मांग पर गौर न हुआ तो शिक्षक खुद एक बड़ी बैठक कर सरकार के खिलाफ जाकर कुछ अलग करने की स्थिति मे आ गए है और खुद मुख्यमंत्री ने hpsedc के तहत रखने का भरोसा दिया है परन्तु बाद मे 5 कम्पनिया आगे कर दी गई। शिक्षक संघ ने साफ किया है कि
कम्प्यूटर शिक्षकों का कहना है कि इसमें शिक्षा मन्त्री कि भूमिका भी गलत है क्योंकि 1300 परिवारों का न सोचकर 5 कम्पनियो क़ो फायदा देने का काम किया जा रहा है हैरानी है कि इसमें से कई कम्पनियो क़ो वेतन डालने तक का पता नहीं लग रहा है कि कितना वेतन इन शिक्षकों क़ो डाला जाना है,
पुरे प्रदेश से शिमला आकर बैठक कल फैसला करेंगे और वही शिक्षक भीष्मा भंडारी, राजेश शर्मा दिनेश शर्मा और शिमला जिला अध्यक्ष उपासना नेगी ने मीडिया क़ो बताया,हमारी नाराजगी सरकार से है और शायद हमें मुर्ख बनाया जा रहा है…
कि सरकार हमारे लिए अच्छा सोच रही है विडंबना ही है 22 साल बाद 1321 परिवार भारी मानसिक तनाव मे है और बिना वेतन लिए शिमला जाने क़ो मजबूर किया गया है



