बड़ी खबर : प्रदेश भर मे कम्प्यूटर शिक्षकों ने हाजिरी रोकी
कंप्यूटर शिक्षक संघ ने साफ किया है कि कम्प्यूटर शिक्षा को लेकर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है मुख्यमंत्री के दखल के बाद भी हास्यासपद निजी कम्पनी नियुक्ति पत्र के लिए निजी कम्पनी दफ्तर आकर दस्तावेज जमा करने का दावा कर रही है,प्रदेश के सैकड़ो कम्प्यूटर शिक्षक खासे परेशान है आलम ये है कि मुख्यमंत्री ने किसी भी निजी कम्पनी का दखल होने से मना किया है और निजी कम्पनिया कमीशन के चककर मै शिक्षकों से हाजिरी मांग रही है अभी तक इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन को कोई आदेश सचिवालय से नहीं मिले है। संघ के प्रेस सचिव राजेश का कहना है कि
hpsedc के कर्मचारी अभी भी निजी कम्पनी के तहत रखने और नियुक्त करने कि बात कर रहे है जबकि न तो शिक्षकों कोई mou का पता है, न नियुक्ति पत्र का अता पता है,न वेतन स्लैब पता है हैरानी इस बात का है कि इनकी ये हालत 22 साल कि सेवा के बाद है और खुद कोई दया का पात्र बना लिया है, अब आम शिक्षक भारी तनाव में है और इनका मजाक बन चुका है ।
ज़ब तक शिक्षकों की स्थिति साफ नहीं होती शिक्षक हजीरी देने से भी मुकर गए है इसके अलावा सूत्र बताते है कि ये तकनीकी रूप से sedc कोई भी मुश्किल है कि 1300शिक्षक नियुक्त किये जाए । संघ के मुताबिक
ये सब कमीशन बाटने का खेल है जो अभी समझ नहीं आ रहा। हर महीने वेतन देने के लिए 12 लाख कि रकम खर्च की जाती है,sedc की इकाई प्रदेश मे हार्डवेयर सप्लाई करने के लिए है जिसका काम कमीशन पर ये समाना सप्लाई करना है ।


