शिक्षा

कोरोना काल के शिक्षक रतन” नामक पुरस्कार समारोह में थपथपाई शिक्षकों की पीठ

हिमाचल राजकीय प्रवक्ता संघ द्वारा शिमला के कालीबाड़ी सभागार में “कोरोना काल के शिक्षक रतन” नामक पुरस्कार समारोह एवं पदोन्नत प्रवक्ताओं को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा मुख्याध्यापक पद पर पदोनत्ति का विकल्प खोलने के उपलक्ष्य में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता माननीय शिक्षा मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार  गोविन्द सिंह ठाकुर ने की। सभागार में प्रदेश भर से आये सेंकडो प्रवक्ताओं ने बजट भाषण में हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा मुख्याध्यापक पद पर पदोनत्ति का विकल्प खोलने पर माननीय मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर एवं शिक्षा मंत्री का धन्यवाद व्यक्त किया। संघ द्वारा यह मांग सबसे पहले वर्ष 2015 में सरकार के समक्ष रखी गयी थी जब प्रवक्ता स्कूल-न्यू का पदनाम पी०जी०टी० हुआ करता था। उस वक्त भी पी०जी०टी० संघ ने तत्कालीन सरकार के साथ वर्ष 2016 में दो बैठकें की थी एवं वर्ष 2013 तक की पी०जी०टी० वरिष्टता सूची जारी करवाई थी। संघ तब से 26-04-2010 से पूर्व लगे टी०जी०डी० अध्यापकों को जो की पदोन्नत होकर पी०जी०टी० बन गए थे को एकमुश्त छूट देने की मांग कर मुख्याध्यापक पद पर पद्दोनत्ति का विकल्प खोलने पर सरकार के साथ लगातार वार्तालाप कर रहा था और सरकार ने संघ की इस मांग को मान कर आज सभी पदोनत प्रवक्ताओं को तोहफा देकर उनका मान बढ़ाया हैं। इसके साथ-साथ हिमाचल राजकीय प्रवक्ता संघ द्वारा कोरोना काल में सराहनीय कार्य करने वाले अध्यापकों को सम्मानित किया गया। इन अध्यापकों ने कोरोना काल में विद्यार्थियों को घर-घर जाकर नोट्स दिए, पाठ योजना तैयार कर ऑनलाइन अध्यापन का कार्य किया, गरीब लोगों को मुफ्त राशन वितरित किया, सड़क पर पुलिस के साथ नाकों पर कार्य किया, कोरोना टेस्ट करवाने में मदद की एवं कोरोना बेक्सिनेशन लगवाने में स्वास्थ्य विभाग के साथ कार्य किया। सरकार द्वारा भी ऐसे अध्यापकों को कोरोना बारियर घोषित किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में जिला कांगड़ा से राजेश बरवाल, जिला शिमला से मनीष शर्मा, जिला ऊना से अश्विनी धीमान, जिला बिलासपुर से सुरेश पन्याली एवं जिला शिमला से रामलाल लोढता को माननीय शिक्षा मंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार  गोविन्द सिंह ठाकुर द्वारा पुरस्कृत किया गया।

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हिमाचल राजकीय प्रवक्ता संघ द्वारा  शिक्षा मंत्री को संघ का एक मांग पत्र भी सौंपा गया, जिसमें पुरानी पेंशन योजना को बहाल करवाना मुख्याध्यापक विकल्प की अधिसूचना शीघ्रातिशीघ्र जारी करवाना प्रवक्ता पदनाम की अधिसूचना भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के साथ जारी करवाना प्रवक्ताओं को पंजाब वेतन आयोग के अनुसार न्यूनतम 47000 वेतन मैट्रिक्स पर फिक्स करना एवं डी०पी०ई० को भी प्रवक्ता पदनाम भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के साथ प्रदान करना शामिल है।

Deepika Sharma

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