
हिमाचल पूरे भारतवर्ष में निर्जला एकादशी मनाई गई, लेकिन इस बार बारिश के कारण इस धार्मिक उत्सव को अच्छे से मनाने में बाधा आई है। विशेष रूप से उत्तर भारतीय राज्यों में मौसम की बदलती हुई परिस्थितियों के कारण लोगों को एकादशी व्रत में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।जिसमे शिमला में बहुत कम मीठा पानी बांटा गया
निर्जला एकादशी हिन्दू कैलेंडर में महत्वपूर्ण तिथियों में से एक मानी जाती है। इसे ‘निर्जला’ नामक व्रत के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इस व्रत में व्रती व्यक्ति बिना जल का सेवन किए रहता है। निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा एवं व्रत के द्वारा श्रद्धालुओं का दुर्भाग्य नष्ट होता है और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है, ऐसा मान्यता से जाना जाता है।
, इस बार का मौसम निर्जला एकादशी मनाने के लिए अनुकूल नहीं था। उत्तर भारतीय राज्यों में तेज बारिश होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
शिमला में भी मौसम की कारण निर्जला एकादशी का पालन करने में दिक्कतें आई हैं। यहां दिनभर गरज के साथ बारिश होती रही और इसके चलते लोगों को व्रत का पालन करने में कठिनाई हो रही थी।
असर न्यूज के लिए कविता की रिपोर्ट



