
कोविड नियमों की सख्त अनुपालना के साथ हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच का अनूठा आयोजन
हिमालय मंच 29 अगस्त, 2021 को बाबा भलकु की स्मृति में कालका-शिमला रेल व पर्यावरण यात्रा का आयोजन कर रहा है। लेखक सदस्य सुबह 8-15 बजे रेल द्वारा शिमला रेलवे स्टेशन से कनोह रेलवे स्टेशन तक ट्रेन से जायेंगे और वहां से कंडाघाट रेलवे स्टेशन तक पर्यावरण जागरूकता की दृष्टि से पैदल यात्रा करेंगे. दोपहर बाद स्टेशन पर ही एक साहित्यिक गोष्ठी का भी आयोजन किया जायेगा जिसमें हिमालय मंच के लेखक सदस्यों सहित स्थानीय और दूर दराज से भाग लेने आये लेखक, कलाकार और छात्र भी भाग लेंगे. यह यात्रा शिमला, संमरहिल, केथलीघाट, कनोह और कंडाघाट रेलवे स्टेशनों के अधिकारियों के सहयोग से की जाएगी. शिमला रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक प्रिंस सेठी यात्रा को हरी झंडी देंगे. यह जानकारी प्रख्यात लेखक और हिमालय साहित्य मंच के अध्यक्ष एस.आर.हरनोट ने आज शिमला में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को दी.
हरनोट ने बताया की यह अनूठी यात्रा साहित्य और पर्यावरण जागरूकता की दृष्टि से दुर्लभ प्रतिभा के धनी मजदूर बाबा भलकु की स्मृति में वर्ष 2018 में शुरू की गयी थी. इस यात्रा में लेखक पहले चलती रेल में शिमला से बड़ोग तक साहित्य गोष्ठी करते हैं और फिर चायल स्थित बाबा भलकु के पुस्तैनी घर झाझा जाकर उनके परिवार से मिलकर वहां साहित्यिक गोष्ठी करते हैं. वर्ष 2018 और 2019 में इन यात्राओं और गोष्ठियों के सफल आयोजनों के बाद कोविड के कारण गत वर्ष यात्रा नहीं हो पायी थी इसलिए इसी वजह से कोविड नियमों की अनुपालना करते हुए इस बार यात्रा और गोष्ठी का छोटा स्वरुप रखा गया है. उन्होंने ने इस यात्रा में सहयोग के लिए शिमला रेलवे स्टेशन के अधीक्षक प्रिंस सेठी, रेलवे के चीफ कमर्शियल इन्सपेक्टर अमर सिंह ठाकुर, कंडाघाट स्टेशन के अधीक्षक दिनेश शर्मा और समर हिल स्टेशन के अधीक्षक संजय गेरा का विशेष धन्यवाद व्यक्त किया है. इस पूरे आयोजन का खर्च पहले की तरह मंच के सदस्य आपसी सहयोग से करेंगे जबकि छात्रों से कोई आर्थिक सहयोग नहीं लिया जाता.

साहित्य और पर्यावरण यात्रा में रेलवे अधिकारियों सहित जो लेखक और साहित्य प्रेमी भाग ले रहे हैं उनमें एस.आर.हरनोट, आत्मारंजन, सतीशरत्न, गुप्तेश्वर नाथ उपाध्याय, विद्या निधि छाबड़ा, अभिषेक तिवारी, मधु जी शर्मा, गुलपाल वर्मा, वीरेंद्र कुमार, धनंजय सुमन, स्नेह नेगी, सुमित राज,भारती कुठियाला, कल्पना गांगटा, वंदना राणा, लेखराज चौहान, मोनिका छट्टू, नरेश देयोग, कुलदीप तरुण, सीता राम शर्मा, उमा नदैक, कुल राजीव, आयुष ठाकुर, रत्न चंद निर्झर, तेजस्विनी मेहता, राज कुमार गौतम, जगदीश गौतम, प्रेम लाल शर्मा और सुनील कुमार हरनोट मुख्य रूप से शमित रहेंगे. यात्रा और गोष्ठी में स्थानीय लोगों की भी भागीदारी होगी.



