फेल क्यों कर दिया छात्रों को?

हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने शिक्षा मंत्री हिमाचल सरकार वं मुख्यमंत्री हिमाचल सरकार से निवेदन किया हें की सरकार हस्तक्षेप कर
प्रवक्ता संघ जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र पुन्डीर ने मांग की कि जब 10वी कक्षा एवं स्नातक की कक्षाओं के विद्यार्थियों को पास किया गया तो केवल 10+2 के परीक्षार्थियों को फैल करना न्यायोचित नही क्योंकि इस परिणाम का सबसे बुरा प्रभाव आर्थिक, सामजिक एवं भौगोलिक रुप से पिछड़े विद्यार्थियों पर पड़ेगा जिनके पास या तो ऑनलाइन कक्षाओं हेतु साधन नही थे ओर न ही प्रयाप्त संचार व्यव्स्था जिसके परिणाम सवरुप वह न तो ऑनलाइन पढ़ाई कर पाये न ही ऑनलाइन त्रेमासिक परीक्षाओं को ठीक से दे पाये, साथ ही मार्च में आयोजित हुई प्रि बोर्ड परीक्षा के समय तो समुचित रुप से यातायात के साधन भी उप्लब्ध नही थे ओर कुछ विद्यार्थियों ने खांसी जुखाम आदि के कारण भी शायद यह परीक्षाए नही दी । विद्यार्थी एवं उन्के अभिभावक जहां पिछ्ले ही लम्बे समय से करोना के कारण परेशानी का सामान कर रहे हें ।
वही इस परिणाम का उन्के मानसिक स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पढ्ना निश्चित हें । अत शिक्षा बोर्ड एवं माननीय शिक्षा मंत्री महोदय को इन सभी बच्चो के हितार्थ महाविद्यालय के विद्यार्थियों की भान्ति ही उतीर्ण करने हेतु विचार किया जाना चाहिये।


