
1421कम्प्यूटर शिक्षक नीति का फैसला न होने से शिक्षक असमंजस में है और ये हालत तब है ज़ब इन्हे 20साल सेवा में हो गए है ।दो माह का सेवा विस्तार 30 जून को ख़त्म हुआ है ।शिक्षा विभाग अभी भी चुप है
ऐसे में न हाजरी लग पा रही है और न अभी विभाग जगा है ।कम्प्यूटर शिक्षक संगठन के
प्रदेश प्रवक्ता राजेश शर्मा अन्य पदाधिकारियों हेतराम अश्वनी भीश्मा भंडारी उपासना नेगी नरेश पंडित धनपत और सुनील धर्मा ने कहा है कि एक तरफ मामला कोर्ट में है, दूसरी तरफ शिक्षक रोड पर आ गए है और छात्र हित में कम्प्यूटर शिक्षक स्कूल में अगर आए है तो वो हाजिरी लगाने के हक़दार भी नहीं है.. ऐसी हालत 20साल कि सेवा के बाद है इससे हिमाचल में शिक्षा और कम्प्यूटर शिक्षकों कि हालत को समझा जा सकता है। अब कम्प्यूटर कि ऑनलाइन शिक्षा भी बंद कर दी जाएगी।
वही सरकार के स्तर पर नई कम्पनी को लाने कि चर्चा है जिसके बाद शिक्षक हैरान है कि शिक्षक नीति मांग रहे है ।और सरकार कम्पनी को तरजीह दे रही है
ऐसे में कम्प्यूटर शिक्षक संघ के प्रेस सचिव ने हैरानी जताई है कि ये फैसला 1321 परिवारों के लिए खतरनाक साबित होगा वो तब ज़ब शिक्षक अपने जीवन के 20साल स्कूलों में दे चुके है और सभी वर्गो के शिक्षकों को भाजपा ने राहत दी है तब कम्प्यूटर शिक्षकों से सौतेला व्यवहार क्यों?



