हिमाचल ऐसा पहला राज्य बनेगा जहां पर स्पेशल नीड के सभी बच्चों को शिक्षित करने का एक सफल प्रयास किया जाएगा। इस बाबत समग्र शिक्षा अभियान आगे बढ़ा है और उन्हें शिक्षित करने के लिए एक ऐसी योजना चलाई जाएगी जो बच्चों को संबंधित स्कूल तक पहुंचाने में मदद करेगी।
इसके अलावा
समग्र शिक्षा अभियान के विभाग के प्रोजेक्ट निदेशक राजेश शर्मा ने कहा की अगले वर्ष का AWP (annual work plan) एक हजार करोड़ का भारत सरकार को समर्पित कर दिया है और समग्र शिक्षा की एक टीम मीटिंग के लिए दिल्ली जा चुकी है वही उन्होंने अनाथ आश्रम के बच्चो की शिक्षा के बारे में में बताया जिसमे उन्होंने कहा की सोशल वेल्फेयर के साथ बैठकर बात की जाएगी की वह शिक्षा के दायित्व को किस तरह से और अच्छा कर सकते है ।
उसके लिए चाहे स्पेशल ट्विटर ही क्यों ना लेने पड़े और उसके लिए अलग से रिसोर्स भी उनको उसी सेंटर में खोलने पड़ेंगे ।
जिसके द्वारा वो लोगो के साथ सीधा टच करेंगे वही उन्होंने उन बच्चो के बारे में बताया जो पढ़ने के लिए घरों से बाहर नही निकल पाते। उन बच्चो के लिए एक स्कीम बनाई जा रही है जिसमे ब्लॉक रिसोर्स सेंटर के अधीन जितने भी बच्चे जिस ब्लॉक के अंदर आयेंगे ।
उनके लिए एक वेन लिया जायेगा और बच्चो को सेंटर् पढ़ने लाया जायेगा।
उन्होंने कहा की हिमाचल प्रदेश पहला एक ऐसा राज्य होगा जहाँ पर स्पेशल नीड्स वाला एक भी बच्चा बिना शिक्षा के नही रहेगा और उन्होंने विद्यार्थी के लिए एक संदेश दिया जिसमे उन्होंने समाज में बढ़ रही नशा जैसी चीजों को रोकने और उनसे दूर रहने के लिए कहा।


