सैंज घाटी के शानशर कोठी की ग्राम पंचायत देहुरी धार के वार्ड मे शफाडी गाव के भगत राम को आचानक पेट में दर्द होने से कुल्लू हास्पीटल मे दो सप्ताह से दाखिल थे जो कि डाक्टर ने पत्थरी की शिकायत होने के कारण दो सप्ताह से हास्पीटल मे रखा जो कि आज उन्हे छुट्टी दे दी जो की गाव वालो के सहयोग से पीठ पर उठाकर पहाड़ी वाले रास्ते से घर पहुंचाया गया जो कि आज भी शफाडी गाव रोड से बछित है।
वही ग्रामीण विहारी लाल यान दत तेजस्वी राम रेपती राम देवी राम तेज राम धर्म चन्द प्यारे राम मान सिह तीर्थ राम राजकुर चुनी लाल आदि का कहना है कि आज आजादी के 75 साल के बाद भी हमारे भारत वर्ष मे कुछ एक ऐसे शफाडी गाव की तरह कई गाव है जो रोड से दूर ।
शफाडी गाव रोड से लगभग पांच किलोमीटर दूर है। इस गाव के लिए रास्ते भी अभी तक नहीं बने ।बच्चो को स्कूल और आईटी आई जाने वाले और यह तक की मवेशीयो को भी चलने लाईक नहीं है। रास्ता ढघार से होते हुए गुजरता है। इस बारे मे ग्रामिणो ने कई वार तुघ से शफाडी के लिए रास्ते व रोड बनाने के लिए सरकार व विभाग को कई बार अवगत कराया गया लेकिन आज तक न सरकार ने इस बारे कोई भी ध्यान नहीं दीया और न ही विभाग ने गाव वासीयो को कई परेशानियों का सामाना करना पड़ता है। न तो किसान भाई कोई सब्जी लगा सकता है और न ही सेब के पेड क्योकि सारा सामान पाच किलोमीटर पीठ पर उठाकर लाना पड़ता है।

