लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को सलाम
ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टीचर ऑर्गेनाइजेशन राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर देश भर के पत्रकारों को शुभकामनाएं दी है। एक प्रेस विज्ञप्ति में इंडिया फेडरेशन ऑफ टीचर ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अश्वनी कुमार सेक्रेटरी जनरल सी.एल.रोज, वित्त सचिव रंजीत सिंह और राष्ट्रिय प्रेस सचिव प्रेम शर्मा ने बताया कि प्रेस लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है।एक लोकतान्त्रिक देश में प्रेस की स्वतंत्रता का बहुत अधिक महत्त्व होता है क्यूंकि प्रेस किसी भी देश को पूर्ण रूप से लोकतंत्र बनाने के लिए रीढ़ की हड्डी का काम करती है इसलिए प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी कहा जाता है, जिसके कारण लोगों को अपने देश की पल-पल की खबर होती है, लोगों में जागरूकता पैदा होती है लोग अपने हक़ के बारे जान पातें हैं, समाज में हो रहें अच्छाई और बुराई को समझ पाते हैं और प्रेस लोगों की चौमुखी विकास करने में बहुत बड़ा योगदान देता है उल्लेखनीय है कि
भारत में 4 जुलाई, 1966 को प्रेस परिषद की स्थापना हुई, जिसने 16 नवंबर, 1966 से अपना औपचारिक कामकाज शुरू किया. तब से हर साल 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है! संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रेस कर्मी विपरीत परिस्थितियों में तरह तरह के जोखम उठाकर सच्चाई को समाज के पास लाने का कार्य बखूबी करते है! फेडरेशन के पदाधिकारियों ने इस सभी प्रेस के कर्मचारियों को बधाई देते हुए प्रेस की निष्पक्षता और स्वतंत्रता बनाये रखने पर बल दिया
है !
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