नेक की टीम आ गई और अब हो रही साफ सफाई…
आज एसएफआई विश्वविद्यालय इकाई ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा है कि पिछले कल से विश्वविद्यालय परिसर में नैक की टीम पहुंच हुई है जिसमे विश्वविद्यालय की ओर से छात्रों को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया जा रहा है। दूसरी तरफ एसएफआई ने आरोप लगाते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय के अंदर सिर्फ और सिर्फ विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कैंपस में रंग रोगन व साफ-सफाई का काम पूरा हो रहा है जो साफ दर्शाता है कि 5 सालों के अंदर किसी भी तरीके से विश्वविद्यालय की कामों को नहीं किया गया और आज झूठी वाहवाही के आधार पर ग्रेड लेना छात्रों को गुमराह करने का काम विश्वविद्यालय प्रशासन कर रहा है इसके साथ साथ विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार छात्रों के जनवादी अधिकारों को का हनन करते हुए उन्हें बिना बैज के डिपार्टमेंट में आने की परमिशन है अगर कोई भी छात्र बैज लगाकर डिपार्टमेंट में जा रहा है तो उसे रोकने का प्रयास प्रशासन कर रहा है एसएफआई का साफ मानना है कि अगर प्रशासन को बैज लगाने से कोई दिक्कत है तो वह महज विश्वविद्यालय के अंदर जितनी भी समस्याएं हैं वह चाहे फर्जी प्रोफेसर की रिक्यूटमेंट हो पीएचडी में हुई धंधलिया हो और इसके नॉन टीचिंग स्टाफ की भर्ती न करवाना , दूसरी ओर आउटसोर्स के अपने लोगो को किस तरह से वि वि के अंदर भरना है , साथ साथ हॉस्टल अलॉटमेंट के नाम पर की गई धांधली या हो खाने की गुणवत्ता को लेकर सवाल हो वो छात्र संगठन आज इस रंग रोगन वाली राजनीति बेनकाब करने का कार्य करेंगे तभी आज छात्रों के साथ ऐसा व्यवहार विश्वविद्यालय प्रशासन कर रहा है जिसकी एसएफआई कड़े शब्दों में निंदा करती है और एसएफआई इन तमाम मुद्दों को उजागर करने के लिए भरसक प्रयास करेगी छात्र नेताओं को इसलिए नाक से मिलने से रोका जा रहा है क्योंकि विश्वविद्यालय प्रशासन से जानता है कि यदि एसएफआई NAAC की टीम से मिलती है तो कहीं ना कहीं विश्व विद्यालय में जो धांधलियां हो रही हैं वह NAAC तक पहुंच जाएंगी हुई हैं और हमारे जो झूठी ग्रेडिंग विश्वविद्यालय द्वारा लेने का प्रयास किया जा रहा है वह प्रशासन नहीं ले पाएगा



