खास खबर : प्रवक्ता आई पी और काम और भी…
हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ का एक प्रतिनिधिमंडल संघ के महासचिव संजीव ठाकुर की अध्यक्षता में आज प्रधान सचिव शिक्षा , शिक्षा निदेशक और वित्त सचिव से मिला इस प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा सचिव , वित्त सचिव और शिक्षा निदेशक के समक्ष प्रवक्ताओं के विभिन्न ज्वलंत मुद्दों को रखा!इस प्रतिनिधिमंडल में। सचिव संजीव ठाकुर के साथ जिला शिमला प्रवक्ता संघ अध्यक्ष अजय नेगी, जिला बिलासपुर प्रवक्ता संघ अध्यक्ष नरेश ठाकुर सयुंक्त सचिव प्रवक्ता संघ विकास नंदलाल और प्रधानाचार्य तेजसिंह शामिल रहे।
आज जारी एक प्रेस बयान में संघ के महासचिव संजीव ठाकुर अजय नेगी जिला बिलासपुर अध्यक्ष नरेश ठाकुर तथा अन्य अधिकारियों ने बताया कि संघ प्रवक्ताओं के हितों को लेकर हमेशा गंभीर और संवेदनशील रहा है उन्होंने बताया कि संघ के पदाधिकारियों ने सबसे पहले शिक्षा निदेशक से मुलाकात कर विभिन्न विषय पर चर्चा की जिसमें मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुसार प्रवक्ता न्यू का नाम बदलकर प्रवक्ता करने की मांग की गई महासचिव संजीव ठाकुर ने बताया कि उन्होंने शिक्षा निदेशक के समक्ष इस बात को रखा कि जब अन्य शिक्षक वर्गों के पद नामों में मुख्यमंत्री की घोषणा अनुसार बदलाव कर दिया गया है तो प्रवक्ता वर्ग को ही पीछे क्यों छोड़ा गया है संघ ने मांग रखी है कि प्रवक्ता न्यू से प्रवक्ता पदनाम जल्द बहाल किया जाए संघ ने निदेशक के समक्ष प्रवक्ता आईपी को लाइब्रेरी के चार्ज को लेकर भी बात की और मांग की कि प्रवक्ता आई पी को विद्यालय में आई पी प्रभार के साथ-साथ अन्य सभी ऑन लाइन जितने भी कार्य होते है वो करने पड़ते हैं जिनमें बोर्ड रजिस्ट्रेशन से लेकर अन्य कई प्रकार के कार्य रहते हैं उनके पहले से ही बहुत अधिक अतिरिक्त कार्यभार है अत: तुरंत प्रभाव से इस आदेश को निरस्त किया जाए कि लाइब्रेरी का प्रभार प्रवक्ता आईपी के पास रहेगा संघ के पदाधिकारियों ने शिक्षा सचिव और वित्त सचिव से मुलाकात कर और उनके समक्ष विभिन्न मुद्दों को रखा जिनमें प्राधानाचार्य के नियमतिकरण , संशोधित वेतनमान प्रधानाचार्य के रूप में पदोन्नति सूची जारी करने और 4-9-14 को लेकर बात रखी गई। संजीव ठाकुर ने बताया कि उन्होंने मुख्यसचिव , वित्त सचिव के समक्ष se हिमाचल प्रदेश सर्विस रूल ( रिवाइज्ड पे) फर्स्ट अमेंडमेंट 6 सितंबर के बारे चर्चा की वित्त सचिव के समक्ष इस बात को रखा कि इन पे रूस के तहत प्रवक्ताओ के साथ अन्याय हो रहा है अन्य वर्गों को 10 से 12 इंक्रीमेंट का लाभ प्राप्त हो रहा है जबकि प्रवक्ताओं को केवल एक इंक्रीमेंट के लाभ से संतोष करना पड़ रहा है उन्होंने मांग की कि 1-1- 2016 से प्रवक्ताओं को 47000 आरंभिक वेतनमान प्रदान किया जाए।उन्होने मुख्य सचिव , वित्त सचिव के समक्ष प्रधानाचार्य के नियमितीकरण की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने की मांग की ताकि प्रधानाचार्यो को नियमितीकरण का लाभ प्राप्त हो पाये और माँग की कि भविष्य में प्रधानाचार्य नियमित नियुक्तियां की जाए।संजीव ठाकुर ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा सचिव तथा वित्त सचिव के समक्ष प्रधानाचार्य की पदोन्नति सूची शीघ्र जारी करने की मांग की है उन्होंने बताया कि प्रवक्ताओं को प्रधानाचार्य के रूप में पदोन्नत होने के लिए 23 से 24 वर्षों का समय लग जाता है। ऐसे में प्रधानाचार्य की सूची में देरी के कारण असंख्य प्रवक्ता पदोन्नति के बिना ही सेवानिवृत्त हो जाते हैं। संघ ने मांग की है कि प्रधानाचार्य सूची अविलंब जारी की जाए।
उन्होने अधिकारियों के समक्ष इस बात को भी रखा कि जिन प्रवक्ताओं ने 2.59 विकल्प चुना है उन्हें 4-9-14 के अंतर्गत रिरिवाइजड पै के कारण 2012 में रुकी वेतन वृद्धि को बहाल किया जाये! क्युकी वेतन के निर्धारण में 2012 की रिरिवाइज्ड पै की गणना इस विकल्प का चुनाव करने वालो के वेतन के निर्धारण में नहीं होंगी ! जब रिरिवाइजड कोजब रिरिवाइजड को छोड़ रहे है तो उन्हें पिछला 4 -9-14 का पूरा लाभ प्राप्त होना चाहिए!



