इस तरह स्कूलों में होगी तिरंगा यात्रा
शिक्षामन्त्री गोविन्द सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में हर घर तिरंगा को ले कर एक विडियो कान्फ्रेंस हुई जिसमें उच्चतर शिक्षा निदेशालय, प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय, भाषा कला एवं संस्कृति विभाग के निदेशक तथा सचिव भाषा कला एवं संस्कृति विभाग, करीब 20 विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार, लगभग हिoप्रo में सभी सरकारी, गैर सरकारी संस्कृत महाविद्यालयों के प्राचार्य, सभी जिलों में उपशिक्षा निदेशक उच्चतर, प्रारम्भिक शिक्षा संगठनों के पदाधिकारी जुड़े। शिक्षा निदेशक उच्चतर डॉ० अमरजीत कु० शर्मा ने सभी का स्वागत किया व कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी तदोपरान्त सचिव भाषा कला अकादमी ने तिरंगे को लेकर SOP बताई तथा विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी तथा तिरंगा कहाँ से उपलब्ध होगा इसकी जानकारी दी। हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष ने अपने सुझाव में दो पोस्टर बताए जिन्हें विद्यालयों में लगाए जाने हेतु प्रस्ताव रखा। शिक्षा आयोग के अध्यक्ष ने अपने सुझाव में रखा कि तिरंगा को राष्ट्रीय अभियान के तहत बुराइयों के साथ जुड़े नारों से जुड़ें। शिक्षा मन्त्री ने अपने संवाद में उदबोधन किया कि आजादी के अमृत महोत्सव को बड़ी भव्यता के साथ मनाया जाना चाहिये । हम हिमाचल प्रदेश के करीब 20 लाख घरों, कार्यालयों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में तिरंगा फहरायेगे । शिक्षा विभाग सबसे बड़ा परिवार है जिसमें 12 लाख बच्चे हैं तथा डेड लाख उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं एक लाख अध्यापक हैं जो इस कार्यक्रम को सफल बनाने में 12 तारिख को प्रभात फेरियां निकाली जायेगी तथा भाषण, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं, रंगोली, नारा लेखन, देशप्रेम गायन कार्यक्रम सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में करवायेंगे 12 तारिख को सभी संस्थाये एक साथ मिलकर तिरंगा फहरायेंगे तथा “रघुपति राघव राजा राम” देश भक्ति गाने के साथ तिरंगा यात्रा निकालेंगे तथा एक समय पर समाप्त करेंगे । उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि 12 तारिख को हि०प्र० के विभिन्न शिक्षण संस्थानों की तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी जिसमें केवल कक्षा 9 से 12 व महाविद्यालयों या विश्वविद्यालयों के छात्र ही भाग लेंगे। अगले 2 दिनों में (02 व 03 अगस्त 2022 ) को सभी शिक्षण संस्थान तिरंगा योजना बना लेंगे जिसके बारे में विभाग अलग से भी दिशा-निर्देश दे देगा। 2 तारिख से 15 तारिख तक की सभी गतिविधियों को विद्यालय, महाविद्यालय व विश्वविद्यालय स्तर पर संचालित किया जाएगा।
इस बैठक में लगभग 400 विभिन्न संस्थाओं के अधिकारियों ने भाग लिया ।



