आक्रोश: सेब पेकिंग मेटिरल को सरकार ने जीएसटी के दायरे में ला दिया
सरकार विरोधी निर्णयों के चलते शनिवार को सैंकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और रैली निकाली। रैली का आयोजन दरबार परिसर से होते हुए मुख्य बाजार से बस स्टैंड तक किया गया। इसके बाद रैली को शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने संबोधित किया। उन्होंने सरकार पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि आज सेब की पेटी के दाम दो सौ रुपये तक बढ़ा दिए गए हैं। जिसकी मुख्य वजह है कि सेब पेकिंग मेटिरल को सरकार ने जीएसटी के दायरे में ला दिया गया है। एक बार भी यह नही सोचा कि ऐसा करने से प्रदेश के कितने बागवानों को और किसानों को नुकसान होगा। जिनकी आजीविका का साधन ही कृषि और बागवानी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अंग्रेजो की चाल चल रही है। जिसका जवाब आने वाले दिनों में जनता देगी। आज प्रदेश का कर्मचारी, युवा व आम आदमी सरकार की नीतियों से परेशान हो चुका है। खाने पीने की चीजों पर जीएसटी लगाकर सरकार ने अपनी मंशा साफ कर दी है। सरकार किसान – बगवान को जमीन में लाने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस समय में बागवानों को कभी दिक्क्क्त नही थी व
इनके हकों को पूरा करने के लिए पूरे हिमाचल में कांग्रेस जाने के लिए तैयार है। सरकार ने जीएसटी को पांच नही अठारह प्रतिशत किया है। बागवानों को एचपीएमसी के द्वारा मात्र कुछ लाख पेटियां ही उपलब्ध करवाई जाती हैं। लेकिन 3 से 4 करोड़ की पेटी अब लोगों को जीएसटी चुका कर देकर खरीदनी पड़ेगी। अदानी अम्बानी को फायदा देने के लिए मिली भगति से सेब के रेट गिरा दिए हैं। भाजपा के किसी मंत्री ने सेब सीजन के दौरान आकर बागवानों से नही पूछा की उन्हें कोई दिक्क्क्त परेशानी तो नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में 72 हजार का ऋण कांग्रेस ने ही वापिस किया था। आज किसान क्रेडिट कार्ड का ब्याज तक वसूला जा रहा है। प्रदेश में घोटाले कम नहीं हुए हैं। पुलिस भर्ती घोटाला भाजपा के लिए एक दाग है और इसे कोई नहीं मिटा सकता। युवाओं को नोकरी देने के नाम पर धोखा दिया गया है। भाजपा को यह बताना चाहिए कि आज तक कितने युवाओं को रोजगार दिए। धर्मशाला में प्रधानमंत्री की आवभगत के लिए पंद्रह करोड़ रुपए का तंबू लगाया गया था, लेकिन उस इन्वेस्टमेंट मिट का कोई लाभ नही मिला है। सरकार के विरोध में रविवार को ओपीएस कर्मचारियों का एक बहुत बड़ा सम्मेलन रामपुर में होने जा रहा है। जिससे साफ है कि कर्मचारियों के साथ सरकार ने धोखा दिया है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही ओपीएस की मांगें हर हाल में पूरी की जाएगी और जिन कर्मचारियों को पेंशन से वंचित किया गया है, उन्हें पेंशन का प्रावधान किया जाएगा। विधानसभा में कांग्रेस बागवानों के लिए लड़ती आई है। सरकार न कांग्रेस व न ही बागवानों की आवाज दबाने का प्रयास कर सकती है। सरकार बनते ही युवाओं को दस लाख का लोन कांग्रेस दिलवाएगी। जो ठेकेदार सरकार के लिए दलाली का काम कर रहे हैं, उन्हें समय आने पर जवाब दिया जाएगा। भाजपा सरकार आने वाले समय में ऑक्सीज पर भी जीएसटी लगाने जा रही है।
भाजपा ने नोटबन्दी व जीएसटी की सर्जिकल स्ट्राइक कीऔर इसका असर आजतक देखने को मिल रहा है। भाजपा जनता को धर्म के नाम व जातिवाद के नाम पर बांट रही है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री स्व वीरभद्र सिंह ने प्रदेश भर में मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए कदम उठाये थे। बसों में महिलाओं को पचास प्रतिशत टिकट माफ का तोहफा भी जुमला निकला। जब भी ऑनलाइन बुकिंग करवाने चाहें तो हमेशा सीटे फुल ही मिलती है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने मंडी को अपनी कहा था, लेकिन मंडी के लोगों ने यह साबित कर दिया कि मंडी केवल वहां की जनता की ही है। प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी जा चुके हैं और अब अगला नम्बर डीजीपी का लगना तय है।
इस रैली को जिला अध्यक्ष अतुल शर्मा, विधायक नंद लाल, मंडल अध्यक्ष सतीश वर्मा ने भी संबोधित किया। इस दौरान जिला परिषद सदस्य त्रिलोक भलुनी, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष दीपक सूद, जिला परिषद अध्यक्ष चन्द्र प्रभा नेगी, महिला मोर्चा अध्यक्षा राजकांता के अलावा भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
बॉक्स
रामपुर में वर्तमान विधायक नंद लाल के विरोध में खड़े दूसरे धड़े के सदस्यों को भी शांत करवाया गया। विक्रमादित्य सिंह ने सभी नाराज चल रहे लोगों से अलग बातचीत की। यहां तक कि शुक्रवार को थाने में धमकी देने की शिकायत को वापिस लेने की जानकारी भी विक्रमादित्य सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक परिवार है और परिवार में कभी कभार मनमुटाव जैसी स्थिति बन जाती है। लेकिन सभी लोगों से बात कर उन्हें समझाया गया है।


