प्रदेश में गर्भवती महिला के स्वस्थ बच्चे के जन्म से पहले ही ये महिलाएं ब्लड शुगर और हाई बीपी की मरीज सामने आ रही है। दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में विशेषज्ञ डॉ मोनिका से असर न्यूज की खास बातचीत के दौरान ये सामने आया कि खासतौर पर ओपीडी में जब गर्भवती महिला की टेस्ट रिपोर्ट चेक की जाती है तो यह सामने आ रहा है कि महिलाएं अब ज्यादातर ब्लड शुगर और बीपी की मरीज हैं।

गौरतलब है कि गर्भवती महिला के सामने आए इन टेस्ट के बाद सबसे पहले उसके इन रोगों को कंट्रोल किया जाता है जिसके बाद कोशिश की जाती है कि गर्भ में पल रहे बच्चे का जन्म स्वस्थ हो।
डॉ मोनिका ने बताया कि प्रतिदिन की ओपीडी में आने वाले गर्भवती महिलाओं में सबसे ज्यादा महिलाएं ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की शिकायत लेकर आती हैं। उनका कहना है कि पहले ऐसा नहीं होता था लेकिन अब इस तरह की मरीज ओपीडी में ज्यादा देखी जाती हैं। गर्भावस्था के दौरान जो आवश्यक टेस्ट किए जाते हैं उसमें 20 से 30 फीसदी केस गर्भवती महिलाओं के ब्लड शुगर और हाई बीपी के सामने आ रहे हैं।
बॉक्स
अब बदलने लगी हिमाचल में जीवन शैली
अब हिमाचल में लोगों की जीवनशैली भी बदलने लगी है जिसके कारण इस तरह की बीमारियां पुरुष ही नहीं बल्कि महिला वर्ग को भी खूब देखी जा रही है जिसका दुष्प्रभाव उस समय पड़ता है जब महिला गर्भ धारण करती है जब वह ओपीडी में आती है। जानकारी मिली है कि शहरी क्षेत्र भी नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं भी अब इस तरह के रोग से ग्रसित हैं।
बचने को क्या करें
विशेषज्ञों की मानें तो इस बीमारी से दूर रहने के लिए आपका लाइफस्टाइल सबसे बेहतर होना चाहिए जिसमें तनाव का कोई भी स्थान नहीं होना चाहिए। महिला रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि अस्पताल में कई बार कई महिलाओं का ब्लड शुगर काफी ज्यादा रेंज में होता है जिससे कई बार महिला को एडमिट भी करना पड़ता है। तनाव भरी जिंदगी को खासकर दूर करने के लिए विशेषज्ञों ने यह सलाह दी है कि गर्भधारण के दौरान तनाव न पालें और अपना जीवन शैली एकदम सही रखें।



